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नवनियुक्त दलित-सिख मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) ने एक सादे समारोह में अपने दो डिप्टी के साथ पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. उपमुख्यमंत्रियों में एक जाट सिख और दूसरा हिंदू समुदाय से है. पंजाब की राजधानी में पार्टी नेता राहुल गांधी के देर से पहुंचने के कारण 20 मिनट की देरी हुई. सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी, अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पिछली मंत्रिपरिषद के दोनों मंत्रियों ने उपमुख्यमंत्रियों के पदों के लिए शपथ ली. सीएम बनते ही चिन्नी के किसान बिल माफ करने का ऐलान किया.
शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के बाद राहुल गांधी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे. पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह समारोह में अनुपस्थित थे. अमरिंदर सिंह ने रविवार को चरणजीत को बधाई देते हुए कहा, "चरणजीत सिंह चन्नी को मेरी शुभकामनाएं. मुझे उम्मीद है कि वह पंजाब के सीमावर्ती राज्य को सुरक्षित रखने और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे से हमारे लोगों की रक्षा करने में सक्षम होंगे."
शपथ ग्रहण समारोह से पहले मनोनीत मुख्यमंत्री ने सोमवार सुबह अपने गृह क्षेत्र चमकौर साहिब स्थित गुरुद्वारा कटालगढ़ साहिब में मत्था टेका.
रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक, चन्नी 2012 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और निवर्तमान कैबिनेट में तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजगार सृजन और पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों के विभागों को संभाल रहे थे.
पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के गांधी परिवार से खासकर राहुल गांधी से नजदीकी संबंध रहे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू, सुखजिंदर सिंह रंधावा, सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा जैसे बड़े नामों के बीच चरणजीत सिंह चन्नी का चुना जाना दिखाता है कि उनके ऊपर गांधी परिवार का भरोसा रहा है.
चन्नी युवा कांग्रेस से भी जुड़े रहे हैं और ऐसा माना जाता है कि इसी दौरान मैं राहुल गांधी के ज्यादा करीब आए. वे कई मौकों पर राहुल गांधी के साथ देखे भी गए है.
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Published: 20 Sep 2021,11:35 AM IST