मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019ममता बनर्जी का ऐलान- पश्चिम बंगाल में मनाया जाएगा 'खेला होबे दिवस'

ममता बनर्जी का ऐलान- पश्चिम बंगाल में मनाया जाएगा 'खेला होबे दिवस'

ममता बनर्जी ने कहा, विधानसभा चुनावों में लोगों ने खेला होबे को खूब सराहा

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>Mamata Banerjee| ममता बनर्जी ने विधानसभा में किया ऐलान</p></div>
i

Mamata Banerjee| ममता बनर्जी ने विधानसभा में किया ऐलान

(फोटो: फेसबुक)

advertisement

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने ऐलान किया है कि अब राज्य में खेला होबे दिवस मनाया जाएगा. लगातार तीसरी बार बंगाल की सीएम बनीं ममता बनर्जी ने कहा कि, ये नारा चुनाव में काफी मशहूर हुआ और लोगों ने इसे खूब पसंद किया. इसीलिए हम हर साल राज्य में खेला होबे दिवस मनाएंगे.

ममता के नारे को बीजेपी नेताओं ने किया था मशहूर

बता दें कि विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी और ममता की टीएमसी में जबरदस्त घमासान छिड़ा. बीजेपी ने अपने तमाम मंत्रियों का लाव लश्कर बंगाल भेज दिया. दावा किया गया कि इस बार ममता बनर्जी को हराकर सरकार बनाएंगे. इसी बीच ममता ने खेला होबे... यानी इस बार खेल होगा का नारा दिया था. इसे पहले तो काफी कम लोकप्रियता मिली, लेकिन जब प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के बड़े नेताओं ने ममता के इस बयान का इस्तेमाल उनके खिलाफ किया तो ये काफी मशहूर हो गया. भले ही बीजेपी ने ममता पर हमला बोलने के लिए इस बयान को मंच से कहा हो, लेकिन इसका सीधा फायदा ममता बनर्जी को ही हुआ.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

ममता के सामने इस्तीफे का खतरा

उधर दूसरी तरफ ममता बनर्जी के सामने कोरोना महामारी के चलते एक बड़ी मुसीबत खड़ी हो चुकी है. जिसके चलते उन्हें इस्तीफा तक देना पड़ सकता है. क्योंकि ममता नंदीग्राम से सुवेंदु अधिकारी के खिलाफ हार गई थीं, इसीलिए उन्हें मुख्यमंत्री बनने के 6 महीने के भीतर विधानसभा में चुनकर आना होगा. ऐसा नहीं होने की सूरत में उन्हें इस्तीफा देना पड़ सकता है.

लेकिन इसके लिए भी ममता बनर्जी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. ममता बनर्जी विधानसभा में पश्चिम बंगाल में विधान परिषद गठित करने का प्रस्ताव पेश कर सकती हैं. पश्चिम बंगाल में फिलहाल विधानसभा का सत्र जारी है, ऐसे में ममता अपना ये दाव चल सकती हैं. हालांकि ममता बनर्जी ने चुनाव के दौरान भी पश्चिम बंगाल में विधान परिषद के गठन का वादा किया था.

बिना मोदी सरकार की मंजूरी के कैसे होगा प्रस्ताव पास?

हालांकि ममता बनर्जी भले ही विधानसभा से ये प्रस्ताव पास करवा ले, लेकिन बिना मोदी सरकार की मंजूरी के ये पैंतरा काम नहीं आ सकता है. क्योंकि इस प्रस्ताव को संसद के दोनों सदनों से भी मंजूरी मिलना जरूरी है और ऐसा तभी हो सकता है, जब मोदी सरकार चाहे. उत्तराखंड में सीएम बदलने जाने का कनेक्शन बंगाल से जोड़ा गया था, कहा गया था कि बीजेपी ने जानबूझकर एक तीर से दो शिकार कर दिए हैं. एक तरफ तीरथ सिंह जैसे सीएम को हटाना और दूसरी तरफ ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ाना. क्योंकि अगर उत्तराखंड में उपचुनाव कराए जाते तो पश्चिम बंगाल में भी कराने पड़ते. अब फिलहाल चुनाव आयोग उपचुनाव कराने के मूड में नहीं है, यानी ममता के सामने इस्तीफे का संकट बरकरार है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT