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मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के कांग्रेस (Congress) अध्यक्ष बनने के करीब 10 महीने बाद नई सीडब्ल्यूसी की घोषणा की गई है. खड़गे ने रविवार, 20 अगस्त को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के गठन की घोषणा की. यह पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है. इसमें शशि थरूर (Shashi Tharoor), सचिन पायलट (Sachin Pilot), प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) और कई अन्य नेता भी शामिल हैं.
पार्टी ने एक बयान में कहा कि, "कांग्रेस अध्यक्ष ने सीडब्ल्यूसी का गठन किया है."
खड़गे के अलावा, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, पार्टी के दिग्गज नेता एके एंटनी, अंबिका सोनी, मीरा कुमार, दिग्विजय सिंह, पी चिदंबरम, तारिक अनवर, मुकुल वासनिक, आनंद शर्मा, कुमारी शैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, अजय माकन का नाम शामिल है.
वहीं इसमें सचिन पायलट, थरूर, पूर्व पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, प्रियंका गांधी भी हैं.
39 सदस्यीय सीडब्ल्यूसी सूची में पार्टी नेता ललथनहवला, अशोकराव चव्हाण, गइखंगम, एन रघुवीरा रेड्डी, ताम्रध्वज साहू, अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान कुर्शीद, जयराम रमेश, जितेंद्र सिंह के नाम भी शामिल हैं.
इसके अलावा, दीपक बाबरिया, जगदीश ठाकोर, जीए मीर, अविनाश पांडे, दीपा दास मुंशी, महेंद्रजीत सिंह मालवीय, गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन, कमलेश्वर पटेल और केसी वेणुगोपाल भी इसमें हैं.
39 सदस्यीय पैनल में सचिन पायलट को शामिल किया गया है. जाहिर है राजस्थान चुनाव से पहले पायलट के नाम को शामिल कर उन्हें शांत करने की कोशिश की गई है. पायलट ने 2020 में अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज किया था, जिसके बाद उन्हें उपमुख्यमंत्री और राजस्थान कांग्रेस प्रमुख के पद से हटा दिया गया था.
आनंद शर्मा और शशि थरूर को सीडब्ल्यूसी में जगह मिली है. दोनों उन 23 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं में से थे, जिन्होंने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी से जुड़े प्रमुख मुद्दों को उठाया और उनके समाधान की मांग की थी. वहीं थरूर ने बाद में कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव भी लड़ा. वह गांधी परिवार की पसंद - मल्लिकार्जुन खड़गे से हार गए थे.
नई CWC पैनल में युवा नेता कम नजर आ रहे हैं, यह युवा नेताओं को बढ़ावा देने की कांग्रेस की योजना के उलट है. इस साल की शुरुआत में, पार्टी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने कहा था कि पार्टी के आधे पदाधिकारियों की उम्र 50 से कम होनी चाहिए. लेकिन नई सीडब्ल्यूसी में, केवल तीन नेता ही 50 से कम उम्र के हैं - सचिन पायलट, गौरव गोगोई और कमलेश्वर पटेल.
प्रियंका गांधी वाड्रा को भी सीडब्ल्यूसी में शामिल किया गया है. सवाल है कि क्या वो इसके साथ उत्तर प्रदेश के प्रभारी पद की जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाएंगी?
(इनपुट्स- आईएएनएस, NDTV)
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