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सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ विपक्ष महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. कांग्रेस इस अभियान का नेतृत्व कर रही है. सूत्रों के मुताबिक दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का एक ड्राफ्ट कांग्रेस ने विपक्षी दलों के बीच बंटवाया है. हालांकि कांग्रेस में पार्टी का एक धड़ा इस प्रस्ताव के पक्ष में नहीं है. इस धड़े का कहना है कि पार्टी को न्यायपालिका के कामकाज में दखल नहीं देना चाहिए. जबकि दूसरा धड़ा मानता है कि जस्टिस मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लाया जाना चाहिए.
कुछ दिन पहले सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा था कि विपक्ष दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर रहा है. वह विपक्षी दलों के साथ मिल कर जस्टिस मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे हैं. कांग्रेस में जस्टिस मिश्रा के खिलाफ कदम उठाने के सवाल पर नेताओं के बीच बहस-मुबाहिसे के बाद आखिरकार यह फैसला किया गया कि इस पर आगे बढ़ा जाए.
हाल के दिनों में जस्टिस मिश्रा की कार्यशैली के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के ही चार वर्तमान जजों जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस कुरियन जोसेफ और जस्टिस एम बी लोकुर ने सार्वजनिक प्रेस कांफ्रेंस पर उनकी कामकाज करने के तरीके पर सवाल उठाए थे. जजों का कहना था कि चीफ जस्टिस मनमाने ढंग सुनवाई का बंटवारा करते रहे. जजों का यह भी आरोप थे कि चीफ जस्टिस की ओर से कुछ मामलों को चुनिंदा बेंचों और जजों को ही दिया जा रहा है.
कहा जा रहा है कि जस्टिस मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लाने का प्रस्ताव विपक्ष की दबाव की नीति है. आने वाले वक्त में सुप्रीम कोर्ट में कई अहम मामले आने वाले हैं. लिहाजा विपक्ष पहले ही दबाव की रणनीति बना कर चल रहा है. चीफ जस्टिस मिश्रा का कार्यकाल इस साल 2 अक्टूबर तक है.
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