advertisement
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव (Congress President Election) को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कुछ हद तक विराम लगाया है. उन्होंने साफ कर दिया है कि गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा. इसके साथ ही उन्होंने अपनी उम्मीदवारी पर भी बड़ा बयान दिया है. गहलोत के बयान के बाद 5 सवाल उठ रहे हैं. जिनके जवाब हम आपको बताते हैं.
जी हां. अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे. राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि, "यह तय है कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ूंगा. मैं जल्द ही नामांकन दाखिल करने के लिए तारीख तय करूंगा. देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए विपक्ष को मजबूत होने की जरूरत है."
नहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि वो चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि, अशोक गहलोत ने कोच्चि जाकर राहुल गांधी को भी मनाने की कोशिश की. लेकिन राहुल नहीं माने. बता दें कि राहुल पहले ही साफ कर चुके हैं कि वो अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे.
2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. अपने इस्तीफे में उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में नए लोगों को जिम्मेदारी लेनी होगी, इसलिए मैं पद छोड़ रहा हूं, अब किसी और को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए. इसके बाद सोनिया गांधी पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष बनीं. तब से लेकर अबतक कई बार राहुल को दोबारा अध्यक्ष बनाने की मांग उठ चुकी है. हालांकि, राहुल कई मौकों पर अध्यक्ष बनने से इनकार कर चुके हैं. पर राहुल अध्यक्ष नहीं बनने के तीन बड़े कारण हैं.
कहा जा रहा है कि राहुल गांधी संगठन में जवाबदेही तय करने के साथ परिवारवाद के आरोपों से भी पार्टी को मुक्त कराना चाहते हैं. बीजेपी अक्सर कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाती रहती है.
पार्टी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी नहीं लेने को राहुल गांधी की 2024 के लोकसभा चुनाव रणनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है.
कांग्रेस के अंदर गांधी परिवार से बाहर के किसी नेता को अध्यक्ष बनाने की मांग काफी दिनों से उठती रही है. आनंद शर्मा कह चुके हैं कि कांग्रेस को गांधी परिवार से बाहर भी सोचने की जरुरत है. ऐसे में कोई गांधी परिवार के इतर कोई और अध्यक्ष बनता है तो इससे पार्टी के अंदर और बाहर सकारात्मक संदेश जाएगा.
अशोक गहलोत का कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है. इस बीच एक सवाल और उठ रहा है कि अगर गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष बन जाते हैं तो राजस्थान का अगला सीएम कौन होगा? इस सवाल के जवाब में गहलोत ने मीडिया से कहा कि मेरे अध्यक्ष बनने के बाद आगे का फैसला सोनिया गांधी और अजय माकन करेंगे.
साफ तौर पर तो नहीं, लेकिन अशोक गहलोत ने संकेत दिए हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद वो मुख्यमंत्री का पद छोड़ देंगे. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि, "जो लोग आजतक कांग्रेस अध्यक्ष बने हैं वो मुख्यमंत्री कभी नहीं रहे हैं. मान लीजिए मुझे मौका मिलता है तो फिर मैं कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में काम करूंगा."
वहीं राहुल गांधी ने केरल में 'वन मैन वन पोस्ट' का समर्थन करते हुए कहा, हमने उदयपुर में जो वादा किया था, उसे निभाया जाएगा. इसके बाद माना जा रहा है कि गहलोत अध्यक्ष बनने के बाद राजस्थान मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ देंगे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined