advertisement
तेलंगाना में विधानसभा भंग होने के बाद चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है. समय से पहले होनेवाले चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन कांग्रेस का कहना है कि विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं है.
कांग्रेस इस चुनाव में किसी नेता को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट नहीं करेगी. पार्टी की तरफ से कहा गया है कि मुख्यमंत्री पद का फैसला चुनाव के बाद विधायकों की राय के आधार पर होगा.
कांग्रेस के तेलंगाना प्रभारी रामचंद्र खूंटिया ने दावा किया कि टीआरएस नेता के चंद्रशेखर राव ने समय से पहले विधानसभा भंग की ताकि अल्पसंख्यकों के वोट ले सकें. और फिर लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चले जाएं.
कांग्रेस नेता खूंटिया ने कहा, ‘‘कांग्रेस तेलंगाना में चुनाव लड़ने और जीतने के लिए पूरी तरह तैयार है.'' टीआरएस की ओर से उम्मीदवार घोषित किए जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘टीआरएस एक व्यक्ति और परिवार की पार्टी है. कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है और संगठन में सभी लेवल पर विचार-विमर्श के बाद ही उम्मीदवारों का फैसला होता है. उम्मीदवारों की घोषणा उचित समय पर कर दी जाएगी.''
पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में उन्होंने कहा-
कांग्रेस प्रभारी ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर वादों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि तेलंगाना में अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं दिया गया. गरीबों को मकान नहीं मिला. भू माफिया और रेत माफिया का दायरा बढ़ गया. इन्होंने तेलंगाना को ‘केसीआर परिवार का तेलंगाना' बना दिया है.
(इनपुटः भाषा)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined