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दिल्ली (Delhi) के सिविक सेंटर स्थित एमसीडी सदन में सोमवार को दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव हो रहा है. रविवार को आम आदमी पार्टी के सभी पार्षदों ने प्रोटेम स्पीकर सत्य शर्मा को पत्र लिखकर, मनोनीत पार्षदों को वोटिंग राइट नहीं देने की अपील भी की. इस बीच आप ने फिर दावा किया है कि बीजेपी ने उनके पार्षदों को खरीदने के लिए 1-1 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है.
4 दिसंबर को हुए नगरपालिका चुनावों के बाद यह तीसरा सत्र होगा. पहले दो सत्र 6 जनवरी और 24 जनवरी को आयोजित हुए थे. पीठासीन अधिकारी द्वारा महापौर का चुनाव किए बिना स्थगित कर दिए गए क्योंकि सत्र भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के सदस्यों के बीच हंगामे और तीखी बहसबाजी के बीच प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी.
शपथ ग्रहण समारोह के बाद स्थगित दूसरे नगरपालिका सदन को बाद में पीठासीन अधिकारी और बीजेपी पार्षद सत्य शर्मा द्वारा अगली तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया गया. जबकि बीजेपी सदस्य आम आदमी पार्टी और उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए थे. AAP सदस्यों ने अपनी सीटों से हिलने से इनकार कर दिया और लगभग पांच घंटे तक सदन में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया.
हाल ही में राज्यसभा सांसद संजय सिंह सहित आम आदमी पार्टी के सीनियर नेताओं के सदन से बाहर आने के बाद कहा था कि मेयर का चुनाव "नहीं होने" देकर बीजेपी "लोकतंत्र का गला घोंट रही है."
आम आदमी पार्टी (AAP ) चुनावों में एक विजेता के रूप में उभरी थी, उसने 134 वार्ड जीते और नगर निकाय में बीजेपी के 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया. भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 104 वार्ड जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि कांग्रेस ने 250 सदस्यीय नगरपालिका सदन में 9 सीटों पर जीत हासिल की.
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