advertisement
दिल्ली-एनसीआर में हवा बेहद खराब हो गई है. सांस लेना मुश्किल हो गया है. लेकिन दिल्ली की इस दमघोंटू हवा ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी की राजनीति को भरपूर ‘ऑक्सीजन’ दी है. दोनों राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.
प्रदूषण से निपटने के लिए आम आदमी पार्टी ने सोमवार से दिल्ली में ऑड-इवन स्कीम शुरू की. वहीं बीजेपी नेता विजय गोयल ने ऑड-इवन नियम का उल्लंघन करते हुए इसका विरोध किया.
विजय गोयल ने 4 नवंबर को ऑड नंबर की कार पर पाबंदी के बाबजूद ऑड नंबर की कार से सफर किया और चार हजार रुपये का जुर्माना अदा किया.
गोयल ने ऑड-इवन स्कीम का उल्लंघन करने के बाद मीडिया से कहा, "ऑड-इवन सिर्फ 1 से 2 फीसदी तक प्रदूषण को रोक सकता है. प्रदूषण को रोकने के सभी दावे निराधार हैं. कोई आपके आदेश का पालन नहीं कर रहा है. हर जगह निर्माण कार्य चल रहा है."
गोयल ने एक दिन पहले ही रविवार को ऑड-इवन नियम का उल्लंघन करने की घोषणा कर दी थी. उन्होंने दिल्ली बीजेपी प्रभारी श्याम जाजू के साथ आईटीओ तक कार से सफर किया. बीजेपी नेता ने इससे पहले भी साल 2016 में ऑड-इवन का उल्लंघन किया था. तब उन्हें 2,000 रुपये का जुर्माना देना पड़ा था.
ऑड-इवन नियम का उल्लंघन करने पर आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने बीजेपी को स्वच्छ हवा के खिलाफ बताया है. आतिशी ने एक ट्वीट में कहा, 'दिवाली पर बीजेपी नेताओं ने पटाखे बांटे. पराली जलने के मामले पर बीजेपी के पर्यावरण मंत्री बैठकें रद्द कर रहे हैं. ऑड-इवन पर बीजेपी नेता नियमों का उल्लंघन करते हैं.'
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी का काम सिर्फ राजनीति करना है और उनके पास समस्या का कोई हल नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर गोयल दिल्ली के लोगों के बारे में चिंतित थे, तो उन्हें केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से वायु प्रदूषण के खतरे से निपटने के लिए राज्यों के साथ बैठक बुलाने के लिए कहना चाहिए था.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, प्रदूषण बढ़ाने में दिल्ली के लोगों की कोई गलती नहीं है. केंद्र को इस पर तत्काल कदम उठाने चाहिए.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 04 Nov 2019,08:16 PM IST