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मैनपुरी का मैदान जीतेगी फौजी की मझली बेटी? डिंपल यादव की पूरी कहानी

Dimple Yadav और Akhilesh Yadav की शादी के लिए तैयार नहीं थे मुलायम, लेकिन बाद में कैसे बन गईं 'दुलारी बहू'.

उपेंद्र कुमार
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>मैनपुरी का मैदान जीतेगी फौजी की मझली बेटी? डिंपल यादव की पूरी कहानी</p></div>
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मैनपुरी का मैदान जीतेगी फौजी की मझली बेटी? डिंपल यादव की पूरी कहानी

फोटोः क्विंट हिंदी

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यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव अपने ससुर मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए मैनपुरी के चुनावी मैदान में हैं. उनके खिलाफ बीजेपी प्रत्याशी रघुराज शाक्य चुनाव लड़ रहे हैं. इससे अलग लोग डिंपल यादव के बार में जानना चाहते हैं, कि वो कहां से आती हैं, किस स्कूल और यूनिवर्सिटी से पढ़ी हैं. उनकी मुलाकात अखिलेश यादव से कैसे हुई. साथ ही साथ लोग ये भी जानना चाहते हैं कि डिंपल और अखिलेश की दोस्ती से नाराज मुलायम सिंह यादव दोनों की शादी के लिए कैसे मान गए?

उत्तराखंड से हैं डिंपल यादव

डिंपल यादव उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से हैं. उनका जन्म महाराष्ट्र के ठाणे में साल 1978 में हुआ था. उनकी पढ़ाई पुणे, बठिंडा, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और लखनऊ से हुई है.

दरअसल, डिंपल यादव के पिता आर सी सिंह रावत, सेना में कर्नल रह चुके हैं. ऐसे में उनकी जहां-जहां पोस्टिंग हुई डिंपल की पढ़ाई भी वैसे ही हुई. डिंपल यादव तीन बहनों में मझली हैं. उनके पिता फिलहाल उत्तराखंड के काशीपुर में रहते हैं. उनकी मां का नाम चांपा है.

कहां हुई थी डिंपल-अखिलेश की मुलाकात

डिंपल यादव ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से बी कॉम किया है. यहीं, उनकी मुलाकात अखिलेश यादव से हुई थी. उनकी मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड के यहां हुई थी.

सुनीता एरॉन ने अखिलेश यादव की जिंदगी पर एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम 'अखिलेश यादव -बदलाव की लहर' किताब लिखने वाली सुनीता एरॉन लिखती हैं कि अखिलेश और डिंपल दोस्त से मिलने का बहाना बनाकर एक-दूसरे से छुप-छुपकर मिलते थे. सिडनी जाने के बाद भी अखिलेश और डिंपल लगातार संपर्क में रहे. अखिलेश डिंपल को लव लेटर्स भी लिखते थे और ग्रीटिंग कार्ड्स भी भेजते थे. यह सिलसिला करीब चार सालों तक चला. जब अखिलेश अपनी पढ़ाई पूरी कर वापस उत्तर प्रदेश लौटे तो उन्होंने डिंपल से शादी करने का मन बना लिया था.

मुलायम सिंह की नारजगी के बाद भी कैसे हुई शादी?

मुलायम सिंह यादव को जब यह बात मालूम चली तो वह भी बेटे को लेकर चिंता में पड़ गए. अखिलेश को यह मालूम पड़ा कि पिता शादी के खिलाफ हैं तो ऐसे में वह दादी को मनाने में जुट गए. उन्होंने दादी को डिंपल से शादी के लिए किसी तरह राजी कर लिया और खुद भी डिंपल से शादी की जिद पर अड़ गए. आखिरकार मुलायम सिंह यादव को बेटे की इच्छा के आगे झुकना पड़ा.

24 नवंबर 1999 में डिंपल और अखिलेश विवाह सूत्र में बंध गए. अखिलेश यादव और डिंपल यादव की जोड़ी आज राजनीति की सबसे सशक्त जोड़ियों में एक मानी जाती है. डिंपल और अखिलेश यादव के तीन बच्चे हैं. उनके नाम अदिति, टीना और अर्जुन हैं.

राजनीति में कब उतरीं डिंपल यादव?

डिंपल यादव ने राजनीति में एंट्री साल 2009 में की, जब अखिलेश यादव ने फिरोजाबाद सीट से इस्तीफा देकर कन्नौज को चुना. लेकिन, इस चुनाव में डिंपल यादव हार गईं.  फिर साल, 2012 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने तो कन्नौज की सीट खाली हो गई. फिर इस सीट पर डिंपल यादव उपचुनाव में उतरीं और निर्विरोध निर्वाचित हुईं.

साल 2014 के चुनाव में फिर कन्नौज से ही चुनाव लड़ा और जीत गईं, लेकिन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अब एक बार फिर से उपचुनाव के मैदान में मैनपुरी से उतरी हैं, और उनके ऊपर अपने ससुर मुलायम सिंह यादव की राजनीतिक विरासद को संभालने की जिम्मेदारी है.

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