advertisement
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जुबान पर कश्मीर कुछ इस तरह चढ़ चुका है कि वो हर दूसरे दिन इसकी बात कर रहे हैं. अब एक बार फिर ट्रंप ने कश्मीर को लेकर बयान दिया है. इस बार उन्होंने कहा है कि भारत और पाकिस्तान को इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहिए. क्योंकि दोनों परमाणु शक्तियां हैं, इसीलिए इन देशों के बीच तनाव ठीक नहीं है. अगर भारत पाकिस्तान चाहें तो मैं मध्यस्थता करने के लिए तैयार हूं.
ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि मेरी तरफ से जो भी मदद हो पाएगी मैं दूंगा. क्योंकि ये अब काफी गंभीर मुद्दा बन चुका है. दो देशों के प्रमुखों को इस पर बात करनी होगी. इमरान खान और पीएम मोदी मेरे अच्छे दोस्त हैं. मैंने दोनों से कहा कि इस मुद्दे को हल निकालें. जल्द से जल्द इसे निपटाएं. बता दें कि ट्रंप ने पीएम मोदी और इमरान खान से द्विपक्षीय बातचीत की थी.
ट्रंप ने भले ही एक बार फिर कश्मीर राग अलापा हो, लेकिन भारत ने साफ किया है कि वो किसी भी तीसरे देश का हस्तक्षेप नहीं चाहता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमारा स्टैंड पहले ही साफ है. मुझे लगता है कि हमारे प्रधानमंत्री पहले ही इसके बारे में बता चुके हैं. विदेश सचिव बता चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर पर बातचीत के लिए तैयार होना पड़ेगा. पीएम मोदी ने भी कहा था कि हम पाकिस्तान के साथ बाचतीत से भाग नहीं रहे हैं.
विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तभी संभव है जब उसकी तरफ से कोई ठोस कदम उठाए जाएं. लेकिन हमें अब तक पाकिस्तान की तरफ से कोई भी ऐसे संकेत नहीं मिले हैं. ट्रंप को पहले ही कश्मीर में मौजूद आतंकवाद के बारे में बताया जा चुका है. जहां पर पिछले 30 सालों में करीब 42 हजार लोगों ने अपनी जान गंवाई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined