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प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की कांग्रेस में ज्वाइनिंग बीरबल की खिचड़ी हो गई है, जो पकने का नाम ही नहीं ले रही है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, कांग्रेस आलाकमान के साथ कई दौर की बैठक कर चुके हैं, आज भी मीटिंग हुई, लेकिन पीके के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर संशय अब भी बरकरार है.
उधर, प्रशांत किशोर की ओर से स्थापित इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) ने 2023 के विधानसभा चुनावों के लिए के. चंद्रशेखर राव की तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया है. यानी तेलंगाना में कांग्रेस की विरोधी टीआरएस का प्रशांत किशोर प्रचार करेंगे.
दूसरी तरफ प्रशांत किशोर और कांग्रेस आलाकमान के बीच मैराथन बैठकों का दौर जारी है. पिछले डेढ़ हफ्तों में पीके और कांग्रेस नेतृत्व के बीच कई राउंड की बैठक हो चुकी है. हर बार जब भी पीके सोनिया गांधी से मिलने जाते हैं तब-तब खबर आती है कि पीके कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. पीके ना सार्वजनिक तौर पर इस बात को स्वीकार कर रहे हैं ना ही अस्वीकार कर रहे हैं. मतलब साफ है कि प्रशांत किशोर के दिमाग में अभी कुछ चल रहा है, जिसका वो खुलासा नहीं करना चाह रहे हैं.
वहीं, प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेतृत्व को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जो-जो सुझाव दिए हैं उस पर कांग्रेस गंभीरता से विचार कर रही है. पीके द्वारा सुझाए गए बिंदुओं को लागू करने के लिए कांग्रेस ने एक आंतरिक समूह बनाया है. हालांकि इस ग्रुप में कौन-कौन शामिल हैं, ये फिलहाल कहना मुश्किल है.
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