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राजनीतिक पार्टी बॉन्‍ड के जरिए कैसे जुटाएगी पैसे, पढ़िए पूरा डिटेल

राजनीतिक पार्टी अपने अकाउंट में बॉन्‍ड जमाकर उसे इनकैश कर सकेगी

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
बॉन्‍ड से होने वाली हर आमदनी का हिसाब राजनीतिक पार्टी को चुनाव आयोग को देना होगा
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बॉन्‍ड से होने वाली हर आमदनी का हिसाब राजनीतिक पार्टी को चुनाव आयोग को देना होगा
(फोटो: IANS)

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SBI की चुनिंदा शाखाओं में बॉन्‍ड मिलेगा

साल के चार महीने में उपलब्ध होगा बॉन्‍ड

जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में 10 दिन उपलब्ध रहेगा बॉन्‍ड

बॉन्‍ड खरीदकर मनचाहा पार्टी को दिया जा सकता है चंदा

चंदा देने वाले बॉन्‍ड खरीदेंगे और अपनी पसंदीदा पार्टी को देंगे. पार्टी अपने अकाउंट में जमाकर उसे इनकैश करेगी. कुल मिलाकर इलेक्टोरल बॉन्‍ड इसी तरह से काम करेगा.

हमारी सहयोगी वेबसाइट ब्लूमबर्ग क्विंट की रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्टोरल बॉन्‍ड फिलहाल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की चुनिंदा शाखाओं में ही उपलब्ध होंगे.

ये बॉन्‍ड 1,000, 10,000, 1 लाख, 10 लाख या 1 करोड़ रुपये के मल्टिपल्स में होंगे. मतलब यह कि आप पार्टी को 1, 2, 3, 4 या 5 हजार रुपये का बॉन्‍ड खरीदकर दे सकते हैं.

ये बॉन्‍ड साल के 4 महीने- जनवरी, अप्रैल, जुलाई और अक्टूबर में खरीद सकते हैं. इसकी खरीद महीने में 10 दिन ही की जा सकेगी. बॉन्‍ड खरीदने के लिए भुगतान चेक या डिजिटल पेमेंट से ही किया जा सकेगा. बॉन्‍ड से होने वाली हर आमदनी का हिसाब राजनीतिक पार्टी को चुनाव आयोग को देना होगा.

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पिछले बजट से हो रही है बॉन्‍ड की चर्चा

राजनीतिक पार्टी के लिए इलेक्टोरल बॉन्‍ड से पैसे जुटाने की चर्चा पिछले बजट में की गई थी. उस समय वित्तमंत्री ने कहा था कि राजनीतिक पार्टी को 2,000 रुपये से ज्यादा का डोनेशन चेक, डिजिटल तरीके से या इलेक्टोरल बॉन्‍ड के जरिए ही दिया जा सकेगा. उनका तर्क था कि इससे राजनीतिक पार्टी कैसे फंड जुटाती है, इस पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी.

कुछ जानकारों ने इस पहल की आलोचना की थी. उनका मानना है कि बॉन्‍ड के जरिए कौन किस पार्टी को चंदा दे रहा है, इसकी जानकारी लोगों तक नहीं पहुंच पाएगी. और सबको ठीक-ठीक जानकारी नहीं मिलेगी, तो पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी कैसे कहा जा सकता है? वैसे बॉन्‍ड चूंकि चेक या डिजिटल पेमेंट से ही खरीदा जा सकेगा, तो मनी ट्रेल का हिसाब तो रहेगा.

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Published: 02 Jan 2018,07:02 PM IST

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