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सपा-बसपा नदी के किनारे हैं,साथ बह सकते हैं मिल नहीं सकते: अमर सिंह

मायावती से समाजवादी पार्टी का गठबंधन मुलायम सिंह को जेल भेजने की कीमत पर ही संभव हो सकता है. 

शादाब मोइज़ी
पॉलिटिक्स
Published:
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह (फाइल फोटो: IANS)
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सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह (फाइल फोटो: IANS)
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एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त मिलती देख समाजवादी पार्टी से निष्काषित नेता अमर सिंह ने अखिलेश यादव पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.

अमर सिंह ने समाजवादी पार्टी और बीएसपी के साथ आने के अखिलेश यादव के बयान पर कहा है

समाजवादी पार्टी और बीएसपी नदी के ऐसे दो किनारे हैं जो साथ बह तो सकते हैं लेकिन मिल नहीं सकते. अगर ये मिल भी जाएंगे तो ढाई साल बाद जो संसद का चुनाव होगा वह मोदी जी के लिए बहुत अच्छा होगा.

उत्तर प्रदेश के सातों चरण के चुनाव के बाद यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीबीसी से कहा था कि जरूरत पड़ने पर वो किसी से भी समर्थन ले सकते हैं. बीबीसी से अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाने से बेहतर है कि वो बीएसपी से हाथ मिला लें.

इसी मुद्दे पर अमर सिंह ने कहा

पिछले 30 सालों से मायावती सुप्रीम कोर्ट में ये प्रबंध करने में लगी हैं कि किसी भी हाल में मुलायम सिंह और शिवपाल यादव जेल चले जाएं. तो क्या अखिलेश यादव अपने पिता को जेल में डालना चाहते हैं? ऐसा इसलिए क्‍योंकि मायावती से समाजवादी पार्टी का गठबंधन मुलायम सिंह को जेल भेजने की कीमत पर ही संभव हो सकता है.

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन की वजह अखिलेश हैं

अमर सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन की वजह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हैं. उनका कांग्रेस से गठबंधन करना ही बीजेपी के लिए चुनाव में जीत का रास्ता आसान करता है.

अमर सिंह ने अखिलेश यादव को पर कटाक्ष करते हुए कहा “ये हर राजकुमार की आदत होती है कि जीत गए तो मेरा चेहरा और हार गए तो दूसरे का सिर.”

हालांकि सभी एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है लेकिन शनिवार को ये साफ हो ही जाएगा कि यूपी के दंगल में कौन बाजी मारेगा.

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