उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों के चुनावों के नतीजे 11 मार्च को आएंगे. लेकिन उससे पहले वोटिंग के आखिरी दिन एग्जिट पोल का दौर भी शुरू हो जाएगा. कई एजेंसियां और चैनल अपने आंकड़ों के हिसाब से चुनाव के नतीजों को बयां करने में जुट जाएंगे.
ऐसे में सवाल है कि पिछले चुनावों में ये एग्जिट पोल कितने सटीक साबित हुए? तमाम उदाहरण मौजूद हैं जब एग्जिट पोल्स ने अपने आंकड़े कुछ बताएं और नतीजा उससे काफी अलग हुआ. हालांकि कई बार एग्जिट पोल में सटीक अनुमान भी लगाए गए हैं.
आपको बताते हैं कि 2014 के आम चुनावों के बाद हुए 8 विधानसभा चुनावों के नतीजों और एग्जिट पोल में कितना अंतर रहा :
1. तमिलनाडु विधानसभा चुनाव, 2016
एग्जिट पोल पर पड़ी मार, अम्मा की बनी सरकार: ‘अम्मा' के राज्य में हुए इस चुनाव में ज्यादातर एग्जिट पोल एआईएडीएमके की हार का अनुमान लगा रहे थे. चाणक्य का सर्वे डीएमके की जीत का दावा कर रहा था. सर्वे में एआईएडीएमके को 90 सीटें और डीएमके को 140 सीटें दी गई थीं. लेकिन नतीजे काफी अलग थे.
एबीपी न्यूज ने अपने सर्वे में डीएमके को 132 सीटें तो एआईएडीएमके को 95 सीटें दी थीं. नतीजे आए तो सारे एग्जिट पोल धराशायी हो गए. अम्मा की पार्टी ने 134 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई.
2. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव, 2016
एग्जिट पोल के आंकड़े आस-पास, ‘दीदी’ की सरकार फिर पास : पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को भारी जीत मिली. 294 सीटों वाली विधानसभा में टीएमसी को 211 सीटें हासिल हुईं.
इंडिया टुडे-एक्सिस के सर्वे ने टीएमसी को 243 सीटें दी थी. वहीं चाणक्य ने बीजेपी को 14 सीटें दी थी. चुनाव परिणाम में बीजेपी को 3 सीटें हासिल हुईं.
3. बिहार विधानसभा चुनाव, 2015
बिहार में हुई नीतीश लालू की बहार- एग्जिट पोल का ऐलान हुआ बेकार : एग्जिट पोल के लिहाज से बिहार विधानसभा चुनाव खास था. सर्वे कराने वाली एजेंसियां- चैनल्स बंटे हुए थे. कुछ महागठबंधन (आरजेडी+जेडीयू+कांग्रेस) को जीतता दिखा रहे थे, तो कुछ बीजेपी के फतह पर मुहर लगा रहे थे.
नतीजे चौंकाने वाले आए, नीतीश-लालू की ‘बयार’ ने महागठबंधन को 178 सीटें दिलाईं. किसी भी पोल में इस तरह के बहुमत का अनुमान नहीं लगाया जा सका था.
4. दिल्ली विधानसभा चुनाव, 2015
एग्जिट पोल धरे के धरे रह गए, आप की आई ‘सुनामी’ : दिल्ली विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल ने अपने-अपने आंकड़े बयां किए. ज्यादातर पोल्स ने आम आदमी पार्टी को 35-45 सीटें दी थीं. हालांकि, इंडिया न्यूज- एक्सिस के सर्वे में आम आदमी पार्टी को 53 सीटें दी गई थी.
चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी को ऐतिहासिक जीत मिली. 70 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 67 सीटें हासिल की जो कि एक रिकॉर्ड है.
5. झारखंड विधानसभा चुनाव, 2014
एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक मिली बीजेपी को जीत : झारखंड विधानसभा चुनाव में ज्यादातर पोल्स बीजेपी को जीतता दिखा रहे थे. सी वोटर ने बीजेपी गठबंधन को 37-45 सीटें दी थी वहीं टुडेज चाणक्य ने 61 सीटें.
नतीजों ने एग्जिट पोल पर मुहर लगाई. बीजेपी गठबंधन ने जीत हासिल की.
6. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव, 2014
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में एग्जिट पोल किसी को भी बहुमत नहीं दे रहे थे.
एग्जिट पोल के अनुमान को सही साबित करने वाले नतीजे आए. किसी भी पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हुआ. बीजेपी-पीडीपी की अप्रत्याशित गठबंधन ने सरकार बनाई.
7. हरियाणा विधानसभा चुनाव, 2014
हरियाणा विधानसभा चुनावों में चैनल-एजेंसियों के सर्वे बीजेपी को जीतता दिखा रहे थे. न्यूज 24- चाणक्या ने बीजेपी को 52 सीटें दी थीं. एबीपी न्यूज- नीलसन ने बीजेपी को 46 सीटें दी थीं.
नतीजों में बीजेपी को 47 सीटें हासिल हुई थी. फिलहाल हरियाणा में बीजेपी की सरकार है, मनोहर लाल खट्टर राज्य के मुख्यमंत्री हैं.
8. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2014
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 122 सीटें हासिल की थीं. न्यूज 24- चाणक्य ने अपने एग्जिट पोल में बीजेपी को 151 सीटें दी थीं. वहीं एबीपी न्यूज- नीलसन ने अपने एग्जिट पोल में बीजेपी को 127 सीटें दी थी.
इन 8 चुनावों के नतीजे और एग्जिट पोल से साफ समझ आता है कि एग्जिट पोल में सटीक नतीजे बता पाना बेहद मुश्किल है शायद नामुमकिन.
तमिलनाडु, बिहार और दिल्ली विधानसभा चुनाव में ज्यादातर एग्जिट पोल नतीजों के आसपास भी नहीं पहुंच सके. वहीं पश्चिम बंगाल में पोल की दिशा सही थी, परिणाम थोड़े अलग आए. बात अगर महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा जैसे राज्यों की करें, तो एग्जिट पोल्स के अनुमान काफी हद तक सही नजर आए.
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