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‘भारत जोड़ो यात्रा’ से सीधे गुजरात पहुंचे राहुल गांधी ने आदिवासियों पर दांव खेला. उन्होंने पीएम मोदी के आदिवासियों को वनवासी कहने पर जमकर घेरा. इसके अलावा मोरबी हादसे पर भी सरकार पर बरसे. राहुल गांधी ने सूरत और राजकोट में जनसभाओं को संबोधित किया और कांग्रेस के लिए वोट मांगे. इस पूरे संबोधन में राहुल गांधी का पूरा फोकस आदिवासियों पर रहा. आइए जानते हैं कि इसके पीछे की वजह क्या है?
राहुल गांधी का आदिवासियों के बारे में बात करना कोई अचानक नहीं हुआ. अगर गुजरात की राजनीति में आपकी थोड़ी सी भी समझ होगी तो आप समझ जाएंगे की आदिवासी ही थे, जिन्होंने कांग्रेस को साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सौराष्ट्र से बड़ी लीड दी थी. कांग्रेस की हमेशा से आदिवासियों में कड़ी पकड़ रही है, वो हमेशा आदिवासियों को अपने पाले में करने की कोशिश करती रही है, जबकि बीजेपी इसकी काट के लिए सौराष्ट्र इलाके में पाटीदारों को लुभाती रही है.
राहुल गांधी ने आदिवासियों का जिक्र करते हुए कहा कि आदिवासी तो हमेशा से यहां रह रहे हैं. ये ही यहां के असली मालिक हैं. बीजेपी वाले तो आपको वनावसी कहते हैं, वो आपको आदिवासी नहीं कहते. वो ये कभी नहीं कहेंगे कि ये जमीन आपकी है. वे तो ये कहते हैं कि आप जंगल में रहते हैं. वे नहीं चाहते कि आप भी शहरी इलाकों में रहें, आपके बच्चे इंजीनियर या डॉक्टर बनें. वे तो उल्टा आपकी जमीनों पर भी कब्जा करना चाहते हैं. अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले 10 साल में ये सारी जमीन कुछ उद्योगपतियों के हाथ में होंगी और आपके पास रहने के लिए कोई जगह नहीं बचेगी.
राहुल ने रैली में इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस ही आदिवासियों की रक्षा के लिए फॉरेस्ट राइट एक्ट लेकर आई थी. इसके जरिए ही आपको आपकी जमीन वापस करने की तैयारी थी. लेकिन, बीजेपी ने इस कानून को कभी लागू ही नहीं होने दिया. रैली के दौरान राहुल गांधी ने अपनी दादी इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि बचपन में वे एक किताब पढ़ा करते थे. उन्हें उस किताब के जरिए ही पता चला था कि आदिवासी ही इस देश के असली मालिक हैं.
राजकोट में जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने मोरबी हादसे का जिक्र करते हुए बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है. गांधी ने कहा कि मोरबी हादसे में 150 लोगों की मृत्यु हुई है. ये सियासी मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि सवाल यह उठता है कि जिन्होंने ये काम किया उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस हादसे को लेकर कोई FIR नहीं हुई.
राहुल गांधी ने कहा कि मुझे इस बात की निराशा है कि भारत जोड़ो यात्रा गुजरात से नहीं गुजर रही है. उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जनता की तरफ से बहुत प्यार मिल रहा है. साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा के दौरान मुझे खुशी मिल रही है, लेकिन दुख भी है. दुख किसानों से बात कर होता है. युवाओं से बात करने के बाद होता है. आदिवासियों से बात करने के बाद होता है. युवाओं के सपने टूट रहे हैं.
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