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हरियाणा में सरकार बनाने को लेकर अब बंद कमरों में बैठकों का दौर चल पड़ा है. जब तक सरकार नहीं बन जाती है तब तक ये दौर शायद ही थमने वाला है. इन बैठकों में सबसे अहम रोल फिलहाल हरियाणा के 7 निर्दलीय विधायक निभा रहे हैं. ये निर्दलीय विधायक बीजेपी और कांग्रेस के लिए बेशकीमती हैं. इसीलिए फिलहाल इन्हें वीवीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है. इस भगदड़ में इन विधायकों की जबान भी लड़खड़ा रही है. विधायक साहब मीडिया के सवालों से बचते हुए नजर आए.
हरियाणा के दो निर्दलीय विधायक शुक्रवार सुबह दिल्ली पहुंचे. जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पहले ही उनकी स्वागत की तैयारियां करके बैठे थे. दोनों विधायकों ने खट्टर के साथ कई मिनट तक मुलाकात की. जिसके बाद बाहर निकलते ही मीडिया ने उन्हें घेर लिया. लेकिन विधायक मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. उनसे सवाल किए गए कि क्या आप बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं. इस सवाल का जवाब लड़खड़ाते हुए हां में मिला. लेकिन जब एक विधायक से पूछा गया कि आपने निर्दलीय चुनाव लड़ा तो विधायक साहब हड़बड़ाहट में बोल बैठे कि उन्होंने तो बीजेपी से ही चुनाव लड़ा था. निर्दलीय विधायक धर्मपाल ने कहा -
निर्दलीय विधायक धर्मपाल के अलावा एक और निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने खट्टर से मुलाकात की. उनसे जब मीडिया ने सवाल किया कि आपने क्या शर्त रखी है या मंत्री पद की मांग की है? इस पर उन्होंने कहा-
“थोड़ी देर में बताऊंगा कि मामला क्या है. मैंने बीजेपी को समर्थन दे दिया है. मुझे किसी भी आश्वासन की जरूरत नहीं है. जब उनसे पूछा गया कि मीटिंग में कितने लोग थे तो उन्होंने कहा- मुझे नहीं पता है.”
इन पांचों निर्दलीय विधायकों के अलावा एक और निर्दलीय विधायक रंजीत चौटाला ने भी बीजेपी को समर्थन दिया है. बीजेपी नेताओं को भरोसा है कि पार्टी को सात निर्दलीय विधायकों और इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला का समर्थन हासिल हो जाएगा. इनके अलावा हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा ने भी बीजेपी को सपोर्ट किया है.
हरियाणा में सियासी ड्रामे के बीच लोकहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा 6 निर्दलीय विधायकों को लेकर दिल्ली पहुंच गए. जिसके बाद बताया गया कि वो सभी बीजेपी को समर्थन देने पहुंचे हैं. इस खबर पर कांग्रेस ने खासी नाराजगी जताई. कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने तो ये तक कह डाला कि अगर विधायक बीजेपी में शामिल होते हैं तो जनता जूते से मारेगी. उन्होंने कहा,
“जो भी विधायक जा रहे हैं वो जनादेश के खिलाफ जा रहे हैं. जनता उनको माफ नहीं करेगी. आप ऐसे गलती है उनका साथ देने जा रहे हैं जिसे जनता नकार चुकी है. हमने दुष्यंत चौटाला जी को कहा है कि साथ आएं. वो मीटिंग के बाद फैसला लेंगे. जो निर्दलीय विधायक जा रहे हैं वो खुद के लिए कुआं खोद रहे हैं. जो खट्टर सरकार में शामिल होगा, जनता उनको जूते मारने का काम करेगी.”
पांच निर्दलीय विधायकों अलावा एक और निर्दलीय विधायक रंजीत चौटाला भी बीजेपी को समर्थन दिया है. बीजेपी नेताओं को भरोसा है कि पार्टी को सात निर्दलीय विधायकों और इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला का समर्थन हासिल हो जाएगा. इनके अलावा हरियाणा लोकहित पार्टी के विधायक गोपाल कांडा ने भी बीजेपी को सपोर्ट किया है.
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Published: 25 Oct 2019,01:46 PM IST