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हरियाणा के चुनावी ओलंपिक में कांग्रेस गोल्ड की तलाश में है और उसने पहलवान विनेश फोगाट को चुनावी अखाड़े में उतार भी दिया है. हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Election 2024) की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, सूबे की सियासत का पारा बढ़ता जा रहा है. बीजेपी के बाद कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए शुक्रवार, 6 सितंबर को 31 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की. इसके तुरंत बाद एक और प्रत्याशी का नाम जारी किया गया. खास उम्मीदवारों में, पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना सीट से टिकट दिया गया, वहीं पार्टी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा को गढ़ी सांपला-किलोई निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए नॉमिनेट किया है.
चलिए यहां समझने की कोशिश करते हैं कि कांग्रेस की इस लिस्ट में कौन सी राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश दिख रही है. क्या तमाम दावों की तर्ज पर चुनाव के साथ-साथ कांग्रेस कैंडिडेट लिस्ट के स्तर पर भी बीजेपी को पछाड़ते नजर आ रही है?
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने हरियाणा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए शुक्रवार को बैठक की. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव प्रभारी संगठन के सी वेणुगोपाल, एआईसीसी के हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा सहित अन्य नेता बैठक में शामिल हुए.
बजरंग पुनिया के साथ पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद पार्टी ने पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना सीट से मैदान में उतारा. पार्टी ने पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा को भी गढ़ी सांपला-किलोई सीट से मैदान में उतारा है. सोनीपत से सुरेंद्र पंवार, गोहाना से जगबीर सिंह मलिक और रोहतक से भारत भूषण बत्रा पार्टी के लिए ताल ठोकेंगे.
बादली सीट से कांग्रेस ने कुलदीप वाता, झज्जर (SC रिजर्वड) से गीता भुक्कल, रेवाड़ी से चिरंजीव राव, नूंह से आफताब अहमद और फरीदाबाद एनआईटी से नीरज शर्मा को मैदान में उतारा है.
पहली लिस्ट (31 उम्मीदवार) जारी होने के डेढ़ घंटे बाद एक और प्रत्याशी का नाम जारी किया. कांग्रेस ने इसराना (SC) सीट से बलबीर सिंह को प्रत्याशी बनाया है.
कांग्रेस की पहली लिस्ट की सबसे खास बात नजर आ रही है कि पार्टी ने अपने सभी सीटिंग विधायकों पर पूरा भरोसा जताया है. पार्टी ने पहली लिस्ट में भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत अपने सभी 28 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है. पहली लिस्ट में पानीपत इसराना सीट के विधायक बलबीर सिंह वाल्मीकि के नाम का ऐलान नहीं हुआ था लेकिन तुरंत बाद उनके टिकट की भी घोषणा कर दी गई.
कांग्रेस के तीन मौजूदा विधायकों पर ED की जांच चल रही है- मामन खान, मुहम्मद इलियास और आफताब अहमद. ये तीनों नूंह जिले की तीन विधानसभा सीटों से पार्टी के विधायक हैं. कांग्रेस की पहली लिस्ट में पार्टी ने तीनों पर फिर से भरोसा जताया है. गौरतलब है कि विधायक मामन खान को पुलिस ने नूंह हिंसा में भी आरोपी बनाया था और वह अभी जमानत पर बाहर हैं.
कांग्रेस की इस लिस्ट में केवल एक नाम ऐसा है जिसे 2019 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था- चौधरी उदयभान. इस समय चौधरी उदयभान हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और उन्हें होडल (SC रिजर्वड) से फिर मैदान में उतारा गया है.
ओलंपियन विनेट फोगट और बजरंग पुनिया पिछले साल भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे थे. दोनों ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होकर अपनी राजनीतिक पारी शुरू की. जहां एक तरफ विनेश फोगाट को जुलाना सीट से टिकट गया वहीं बजरंग पुनिया को अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया.
जुलाना विनेश का ससुराल है. विनेश फोगाट ने 2018 में साथी पहलवान सोमवीर राठी से शादी की, जो हरियाणा के जींद जिले के बख्ता खेड़ा गांव से हैं. यह गांव जुलाना विधानसभा क्षेत्र में आता है और यह जाट बहुल क्षेत्र है.
अगर समुदाय के तमाम तबकों के प्रतिनिधित्व की बात करें तो कांग्रेस ने पहली लिस्ट में 5 महिला चेहरों को नॉमिनेट किया है. 9 चेहरे जाट समुदाय से हैं तो 9 एससी समुदाय से. इसके अलावा 7 ओबीसी उम्मीदवार हैं जबकि 3 मुस्लिम. 2 ब्राह्मण उम्मीदवारों ने भी पहली लिस्ट में जगह बनाई है जबकि 1-1 पंजाबी और सिख समुदाय से आते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार और हरियाणा की राजनीति को नजर रखने वाले हेमंत अत्री ने क्विंट हिंदी से बातचीत में कहा कि यह तो बस पहली लिस्ट है और एक को छोड़ दें तो सभी मौजूदा विधायकों के नाम है. उनके अनुसार खास नजर कांग्रेस की दूसरी लिस्ट पर रखनी होगी जिसमें उन सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया जाएगा जिनपर कांग्रेस को 2019 में हार का सामना करना पड़ा था.
बीजेपी की पहली लिस्ट जारी होने के बाद काफी सिरफुटौवल नजर आया, कई बड़े नामों ने खुलेआम नाराजगी जताई, क्या कांग्रेस ने पहली लिस्ट में इस क्राइसिस को अच्छे से मैनेज किया? इस सवाल पर हेमंत अत्री ने कहा कि अभी दूसरी लिस्ट आने दीजिए, कांग्रेस में बीजेपी से कहीं अधिक आंतरिक कलह खुलकर सामने आ सकती है.
गौरतलब है कि इस बार के चुनाव में बीजेपी को विपक्ष से एक महत्वपूर्ण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, जो किसी भी कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए उत्सुक है. हालांकि कांग्रेस के सामने भी गुटबाजी का फैक्टर एक बड़ी चुनौती बनता नजर आ रहा है- एक भूपिंदर सिंह हुड्डा का गुट और दूसरा कुमारी सैलजा का गुट. पहली लिस्ट में कांग्रेस सेफ गेम खेलती नजर आई और केवल उन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की जिनके नाम तकरीबन तय माना जा रहा था. इन 32 नामों में से 24 हुड्डा खेमें के हैं जबकि 4 सांसद कुमारी सैलजा खेमे के.
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होना है और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी.
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