मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019राज्यसभा चुनाव: हिमाचल में कांग्रेस सरकार, उसके 40 MLA- फिर भी BJP कैसे कर गई 'खेला'?

राज्यसभा चुनाव: हिमाचल में कांग्रेस सरकार, उसके 40 MLA- फिर भी BJP कैसे कर गई 'खेला'?

Himachal Pradesh: राज्यसभा का चुनाव हारने के बाद क्या विधानसभा में भी कांग्रेस सरकार पर खतरा मंडरा रहा है?

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
<div class="paragraphs"><p>राज्यसभा चुनाव: हिमाचल में कांग्रेस सरकार, उसके 40 विधायक फिर भी BJP कैसे कर गई 'खेला'?</p></div>
i

राज्यसभा चुनाव: हिमाचल में कांग्रेस सरकार, उसके 40 विधायक फिर भी BJP कैसे कर गई 'खेला'?

(फोटो- पीटीआई)

advertisement

हिमाचल प्रदेश में सरकार कांग्रेस की, 3 निर्दलीय को मिलाकर 43 विधायकों का समर्थन भी. लेकिन इसके बावजूद राज्यसभा चुनाव में पार्टी को मुंह की खानी पड़ी है. उसे बीजेपी ने मात दी है जिसके पास इस पहाड़ी राज्य में केवल 25 विधायक हैं. हिमाचल में राज्यसभा की एक सीट पर बीजेपी (BJP) के उम्मीदवार हर्ष महाजन (Harsh Mahajan) की जीत हो गई है. हर्ष महाजन को भी 34 वोट मिले और कांग्रेस उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को भी 34 वोट. आखिर में फैसला टॉस उछाल कर किया गया. सिक्का हर्ष महाजन के पक्ष में गिरा.

चलिए आपको बताते हैं कि हिमाचल प्रदेश में बीजेपी ने कैसे खेला किया है?

क्या है राज्यसभा चुनाव का गणित?

हिमाचल में विधानसभा की 68 सीटें हैं. कांग्रेस के पास 40 विधायक, बीजेपी के 25 और तीन निर्दलीय विधायक हैं. तीनों विधायक सुक्खू सरकार के साथ थे. यानी कांग्रेस के पक्ष में 43 विधायक थे और बीजेपी के पास 25. लेकिन यह आंकड़ा वोटिंग के समय बदल गया.

तीन निर्दलीय और 6 कांग्रेसी- यानी सुक्खू सरकार के पक्ष के कुल 9 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाला. ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस, दोनों के उम्मीदवारों को 34-34 वोट मिले.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

"कांग्रेस विधायकों ने अपना ईमान बेच दिया": मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू

मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कांग्रेस उम्मीदवार की हार के बाद कहा कि, "9 क्रॉस वोटिंग हुई, उनमें से 3 निर्दलीय विधायक थे लेकिन 6 अन्य कांग्रेसी विधायकों ने अपना ईमान बेच दिया और उनके (अभिषेक सिंघवी) खिलाफ मतदान किया... उन्होंने अपना वोट बदला और अपने ईमान को बेचा है लेकिन हिमाचल की जनता इस प्रकार की संस्कृति की आदि नहीं है."

"जब विधानसभा सत्र चलेगा तो हम देखेंगे... जो लोग गए हैं उनके परिवार के लोग उनसे पूछ रहे हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? तो अगर परिवार उनसे पूछ रहे हैं, तो शायद उनमें से कुछ लोग 'घर वापसी' के बारे में सोचेंगे"
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू

इससे पहले सीएम सुक्खू ने दावा किया था कि सीआरपीएफ और हरियाणा पुलिस 5-6 कांग्रेसी विधायकों को अपने साथ ले गयी है.

क्या विधानसभा में कांग्रेस सरकार पर भी 'संकट'? 

जीत के बाद हिमाचल प्रदेश के विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि, "इस जीत को देखते हुए हिमाचल प्रदेश के सीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए... महज एक साल के भीतर ही विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया है."

इससे पहले उन्होंने कहा था कि, “बजट बुधवार को पारित किया जाएगा. हम बजट पर चर्चा करेंगे और फिर स्थिति देखेंगे, लेकिन मैं देख सकता हूं कि सरकार बहुमत खो चुकी है.“

यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य बीजेपी शक्ति परीक्षण की मांग करेगी, इस पर जयराम ठाकुर ने दावा किया कि कई कांग्रेस विधायक उनके संपर्क में हैं. यानी इसकी संभावना है कि हिमाचल विधानसभा के अगले सत्र में बीजेपी शक्ति परीक्षण की मांग कर सकती है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT