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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी निवेश का आह्वान करते हुए कहा है कि भारत विश्व की सबसे खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और दुनिया के साथ कारोबार करने के लिए तैयार है. उन्होंने भारत-कोरिया कारोबार शिखर सम्मेलन में कहा कि सरकार ने कारोबार के लिए स्थिर माहौल बनाने की दिशा में काम किया है और मनमाने ढंग से फैसले लेने के चलन को खत्म किया है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘रोजाना के लेन-देन को सकारात्मक बनाना हमारा लक्ष्य है. हम संदेह को बढ़ाने के बजाय भरोसे का विस्तार कर रहे हैं. यह सरकार की मानसिकता में पूरी तरह से बदलाव को दिखाता है.'' प्रधानमंत्री ने खरीद क्षमता के आधार पर भारत के विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का हवाला दिया.
मोदी ने कहा कि सरकार नियमन और लाइसेंस की रुकावटें दूर करने की मुहिम पर है. उन्होंने कहा कि औद्योगिक लाइसेंसों की वैधता अवधि को तीन साल से बढ़ाकर 15 साल और इससे अधिक कर दिया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप विश्व पर नजर दौड़ायें तो ऐसे बेहद कम देश हैं जहां अर्थव्यवस्था के तीन महत्वपूर्ण कारक लोकतंत्र, जनसांख्यिकी और मांग एक साथ मौजूद है. लेकिन भारत में यह तीनों मौजूद है.'' उन्होंने कोरियाई कारोबारियों से कहा कि भारत अब कारोबार के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री ने उनके निवेश के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए हरसंभव उपाय का भी भरोसा दिया.
(इनपुटः PTI)
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