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बिहार में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के नेता केसी त्यागी ने ‘लव जिहाद’ कानून की आलोचना करते हुए कहा कि देश में ‘लव जिहाद’ के नाम पर समाज में नफरत और विभाजन का माहौल बनाया जा रहा है. जेडीयू के वरिष्ठ नेता ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर भी नाराजगी जताई.
त्यागी ने आगे कहा कि संविधान और CrPC के प्रावधान दो वयस्कों को अपनी पसंद का जीवनसाथी चुनने की स्वतंत्रता देते हैं, चाहे फिर वो किसी भी धर्म, जाति या क्षेत्र का हो.
उन्होंने कहा कि समाजवादियों ने डॉ. राम मनोहर लोहिया के दिनों से ही जाति और संप्रदाय से अलग विवाह करने के वयस्कों के अधिकार को बरकरार रखा है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में 26 दिसंबर को कैबिनेट ने धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक-2020 पास किया. बैठक में मध्य प्रदेश में लव जिहाद के खिलाफ बिल को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. इस कानून के बनने के बाद अगर कोई दोषी साबित होता है तो उसे 10 साल तक की सजा दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 नवंबर को शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने के नाम पर एक अध्यादेश को मंजूरी दी. जिसके मुताबिक दोषी व्यक्ति को 10 साल तक की कैद हो सकती है.
केसी त्यागी ने अरुणाचल प्रदेश में जेडीयू के छह विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर भी नाराजगी जताई. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, त्यागी ने कहा, "हमारी पार्टी के नेताओं की (बीजेपी अध्यक्ष) जेपी नड्डा से बात हुई थी. उन्होंने कहा था कि विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा, लेकिन बीजेपी ने तो उन्हें पार्टी में शामिल कर लिया. जेडीयू इससे आहत है."
जेडीयू अरुणाचल प्रदेश में विपक्ष में शामिल हैं, वहीं सत्ता में बीजेपी है. सात में से छह विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर केसी त्यागी ने कहा कि ये गठबंधन के लिए अच्छा नहीं है. उन्होंने कहा, “पार्टी को अटल बिहारी वाजपेयी का धर्म अपनाना चाहिए.”
27 दिसंबर को कार्यकारिणी बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी आरसीपी सिंह को जेडीयू का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. बताया जा रहा है पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में खुद नीतीश कुमार ने उनका नाम आगे बढ़ाया है.
आरसीपी सिंह के नाम से मशहूर रामचंद्र सिंह राज्यसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता हैं. फिलहाल वे राज्यसभा में अपने दूसरे कार्यकाल में हैं. आरसीपी पहली बार 2010 और उसके बाद 2016 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे.
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