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महिला अफसर के साथ बदसलूकी के आरोप का क्या है सच? जिग्नेश मेवाणी से खास बातचीत

PM Modi गोडसे भक्त नहीं हैं तो लालकिले के प्राचीर से कहें गोडसे मुर्दाबाद- क्विंट के साथ बातचीत में Jignesh Mevani

शादाब मोइज़ी
पॉलिटिक्स
Updated:
<div class="paragraphs"><p>महिला अफसर के साथ बदसलूकी का आरोप का क्या है सच? जिग्नेश मेवाणी से खास बातचीत</p></div>
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महिला अफसर के साथ बदसलूकी का आरोप का क्या है सच? जिग्नेश मेवाणी से खास बातचीत

(फोटो- क्विंट)

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गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी ने अपनी गिरफ्तारी और बेल मिलने तक के बीच की सारी घटनाओं को क्विंट के साथ साझा किया. जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि मेरे खिलाफ FIR से पहले ही असम पुलिस अहमदाबाद के लिए टिकट ले चुकी थी. असम में जिस दिन FIR हुई, उसी दिन असम पुलिस अहमदाबाद कैसे पहुंच गई? इसका मतलब कि यह सब पहले से ही तय था. किसके इशारे पर मुझे गिरफ्तार किया गया?

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जिग्नेश मेवाणी ने बताया कि "19 अप्रैल को अपने विधानसभा बड़गाम के बगल में पालमपुर सर्किट हाउस में था. रात को करीब साढ़ ग्यारह या पौने बारह बजे के करीब असम की पुलिस आई और मेरे रूम में आकर बैठी और कहा कि आपको गिरफ्तार करना है. मैंने उनसे पूछा कि किस मामले में गिरफ्तार करना है, जिसपर असम पुलिस ने कहा कि ट्वीट का मामला है."

असम पुलिस ना FIR की कॉपी दी और ना वकील से बात करने दी: जिग्नेश

मेवाणी ने इंटरव्यू में बताया कि मैंने असम पुलिस से FIR की कॉपी मांगी और उनसे कहा कि मेरी फैमली और वकील से बात करने दीजिए. मेवाणी ने बताया कि हमने असम पुलिस से पूछा कि किन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है ताकि मैं भी उस बारे में सोच पाऊं और अपने वकील से बात कर पाऊं, लेकिन असम पुलिस ने ना FIR की कॉपी दी और ना ही वकील और परिवार से बात करने दी.

दूसरी बार गिरफ्तारी होने पर जिग्नेश मेवाणी ने बताया कि जब हम गुवाहाटी उतरे तो हमें 5 गाड़ियों के काफिले के साथ ले जाया गया,जैसे कोई मैं आतंकी हूं. इस दौरान हमारे साथ एक महिला पुलिस अधिकारी बैठी थीं. हालांकि, मैंने पूछना चाहा कि मेरे साथ महिला पुलिस अधिकारी क्यों हैं. लेकिन, उस समय नहीं पूछा.

मेवाणी ने बताया कि पहली बेल मिलने के बाद पता चला की मेरे ऊपर महिला अधिकारी के साथ बदसलूकी करने के आरोप में दोबारा गिरफ्तार किया जा रहा है तो मैं समझ गया कि मेरे साथ महिला पुलिस अधिकारी को क्यों बैठाया गया था. मेवाणी ने कहा कि अदलात ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया.

उन्होंने प्रधानमंत्री को लेकर ट्वीट किया था फिर गोडसे से क्यों जोड़ा गया?- इस सवाल पर जिग्नेश मेवाणी कहते हैं कि प्रधानमंत्री गोडसे के भक्त हैं. PM अगर गोडसे भक्त नहीं हैं तो लालकिले के प्राचीर से कहें गोडसे मुर्दाबाद, बीजेपी के नेता कहें गोडसे मुर्दाबाद.

हार्दिक नाराज हैं, उन्हें मनाएंगेः जिग्नेश

जिग्नेश मेवाणी ने बताया कि एक जून से हम और कांग्रेस पार्टी मिलकर आंदोलन करेंगे. मेवाणी ने कहा कि हमें एक ट्वीट करने पर टार्गेट करते हैं. लेकिन, गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से 1 लाख 75 हजार करोड़ का ड्रग्स पाया गया, लेकिन गौतम अडानी से तो कभी पूछताछ नहीं हुई, क्यों? क्या वो कानून और संविधान के दायरे में नहीं आते हैं.

गुजरात कांग्रेस में फूट पर जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि इन खबरों से कोई फर्ख नहीं पड़ता ये सब चलता रहता है. हार्दिक पटेल पर बोलते हुए मेवाणी ने कहा कि हां वो नाराज हैं, उनकी नाराजगी दिख रही है, उसका समाधान निकाला जाएगा. मेवाणी ने कहा कि हार्दिक मेरा भाई और दोस्त है, मैं उसे अपने स्तर पर भी मनाउंगा.

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Published: 04 May 2022,10:26 PM IST

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