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कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) ने 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत दर्ज की है, जिसके बाद इसके श्रेय को लेकर पूर्व सीएम सिद्दारमैया (Siddaramaiah), कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) की काफी चर्चा है.
150 दिन और 4,000 किमी से अधिक चली भारत जोड़ो यात्रा ने कर्नाटक में 21 दिन गुजारे और 511 किमी की दूरी तय की.
इन जिलों से गुजरी भारत जोड़ो यात्रा:
बेल्लारी
चमाराजानगर
चित्रदुर्ग
मांड्या
मैसूर
रायचुर
तुमकुर
भारत जोड़ो यात्रा 7 जिलों के 20 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी. इन 20 विधानसभा क्षेत्रों की सूची कांग्रेस नेता जयराम रमेश और अशोक गहलोत ने दी थी.
कुल मिलाकर, कांग्रेस ने 20 में से 15 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की, जिन्हें भारत जोड़ो यात्रा ने कवर किया था. इसमें मांड्या जिले का मेलुकोटे विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है जहां इसने सर्वोदय कर्नाटक पक्ष (SKP) के दर्शन पुत्तनैया का समर्थन किया था.
भारत जोड़ो यात्रा के रास्ते में आने वाली 20 सीटों में, कांग्रेस की संख्या 5 से बढ़कर 15 हो गई. बीजेपी नौ से दो और जेडीएस छह से तीन पर आ गई.
20 सीटों में से 18 सीटों पर कांग्रेस के वोट शेयर में बढ़ोतरी हुई सिवाय मैसूर की चामुंडेश्वरी सीट और चित्रदुर्ग में. चित्रदुर्ग जिले के मोलाकलमुरु जैसे कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में वोट शेयर में 32.01% की बढ़ोतरी हुई. मांड्या, मैसूरु, तुमकारु और चित्रदुर्ग जैसे जिलों में कांग्रेस को भारी बढ़त मिली है. इसलिए कर्नाटक में जीत का श्रेय राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को भी जाता है.
इन 20 सीटों पर जीत दर्ज कर कांग्रेस वो काफी कुछ मिला लेकिन बीजेपी का इन सीटों पर बहुत बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. इन सीटों पर बीजेपी के वोट शेयर में महज 0.2 फीसदी अंक की कमी आई है. कर्नाटक में बीजेपी के कुल वोट शेयर में 0.4 फीसदी अंक की कमी आई है.
दरअसल कांग्रेस ने जेडीएस के वोट शेयर में सेंधमारी की है.
कांग्रेस का वोट शेयर उन सीटों पर ज्यादा बढ़ा है जो सीटें पहले जेडीएस के पास थी. इनमें मोलाकलमुरु, मेलुकोटे, नागमंगला और श्रीरंगपटना जैसी सीटें शामिल हैं.
भारत जोड़ो यात्रा ने कर्नाटक को सबसे ज्यादा समय दिया. इससे हुआ ये कि पार्टी कैडर को संगठित करने आसान हो गया. राहुल गांधी वोटोरों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ काफी अच्छे से संपर्क बना पाए.
मैसूरु में जब भारी बारिश के बीच एक रैली को राहुल गांधी ने संबोधित किया था वो वीडियो इंटरनेट पर काफी वायरल हो गया था.
कर्नाटक की जीत के तुरंत बाद, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, और राज्यसभा सांसद और महासचिव (संचार के प्रभारी) जयराम रमेश सहित कई कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यात्रा ने कांग्रेस को जमीन पर समर्थन जुटाने में मदद की.
बहरहाल, तथ्य यह है कि हो सकता है कि कांग्रेस ने जेडीएस को बहुत नुकसान पहुंचाया और बीजेपी को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाई लेकिन इससे कांग्रेस को सावधान हो जाना चाहिए क्योंकि जिन राज्यों में कांग्रेस की सीधी लड़ाई बीजेपी से है वहां कांग्रेस को नुकसान ही हो सकता है.
राहुल गांधी ने जिल जिलों की यात्रा की, उनमें चामराजनगर, मैसूर, मांड्या, तुमकुरु, चित्रदुर्गा, बेल्लारी और रायचुर है. इन 7 जिलों में 55 विधानसभा सीटें आती हैं. इन जिलों में अबकी बार कितनी सीट का फायदा नुकसान हुआ? 2028 में क्या आंकड़ा था?
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