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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
झारखंड के चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी को बहुमत मिली. हेमंत सोरेन राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे क्योंकि वो गठबंधन के सीएम फेस हैं. वो दूसरी बार झारखंड के सीएम बनेंगे.
हेमंत सोरेन झामुमो के संस्थापक और झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के छोटे बेटे हैं. रामगढ़ के नेमरा गांव में पैदा हेमंत अब अपने पिता शिबू की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. बड़े भाई दुर्गा सोरेन के निधन और शिबू सोरेन की बढ़ती उम्र की वजह से हेमंत ने झामुमो की राजनीति को आगे बढ़ाने का जिम्मा लिया. हेमंत के नजदीकी सहयोगी दावा करते हैं कि उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है. लेकिन 2005 और 2009 का चुनावी पर्चा दाखिल करने के वक्त उन्होंने अपनी शिक्षा इंटरमीडिएट तक बताई थी.
हेमंत ने पहली बार 2005 में दुमका विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. हालांकि वह पार्टी से बगावत कर मैदान में उतरी स्टीफन मरांडी से हार गए. 24 जनवरी, 2009 से लेकर 4 जनवरी 2010 तक थोड़े वक्त के लिए हेमंत राज्यसभा के भी सदस्य रहे.
2013 में वह राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने और दिसंबर 2014 तक इस पद पर रहे. राज्य में बीजेपी के लंबे शासन के बाद हेमंत सोरेन की वापसी मुश्किल लग रही थी. लेकिन जनवरी में उन्होंने कांग्रेस, जेवीएम-पी और कांग्रेस के गठबंधन को शक्ल देने में अहम भूमिका निभाई. विपक्ष में रहते हुए हेमंत सोरेन ने छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट में संशोधन के लिए आंदोलन चलाया और 70 हजार अस्थायी शिक्षकों को रेगुलर करने की मुहिम को समर्थन दिया. हेमंत ने राज्य में शराब बिक्री की नीति के खिलाफ विपक्ष के आंदोलन का नेतृत्व किया. साथ ही उन्होंने राज्य में सरकारी स्कूलों को बंद करने के खिलाफ भी आवाज उठाई .
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Published: 23 Dec 2019,01:15 PM IST