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उत्तर प्रदेश, गुजरात या कर्नाटक हर चुनाव में प्रधानमंत्री की रैलियों का जादू कुछ अलग ही होता है. अपने 'सोलो’ शो के दमपर पर वो बाजी पलटने में माहिर माने जाते हैं. अब पीएम के इस सोलो शो के दौर में विपक्षी एकता का पहला बड़ा 'ग्रुप' शो 23 मई को बेंगलुरु में होने जा रहा है. इस दिन कुमारस्वामी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.
इस समारोह में करीब 265 लोकसभा सीटों के गैर-बीजेपी दावेदारों की ताकत दिखेगी. विपक्ष के बड़े नेताओं के साथ ही 4 राज्य के मुख्यमंत्री शामिल होंगे. तेलंगाना के सीएम ने कुमारस्वामी से मंगलवार को ही मुलाकात कर अग्रिम बधाई दी. एक और करिश्मा हो सकता है, मायावती और अखिलेश यादव एक साथ मंच पर दिख सकते हैं. अबतक किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में दोनों साथ नहीं नजर आए हैं.
ज्यादातर विपक्षी दलों ने कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के मौके पर मौजूद रहने की रजामंदी दे दी है. 2019 के लोकसभा चुनाव के नजरिए से देखें बुलाए गए दल देश की कुल 543 सीटों में से 265 सीटों पर मजबूत दावेदारी रखते हैं.
कौन-कौन से राज्य हो रहे हैं शामिल?
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), बीजू जनता दल (बीजेडी) जैसे क्षेत्रीय दलों को भी न्योता भेजा गया है. हालांकि, उनकी रजामंदी आना अभी बाकी है. डीएमके के स्टालिन ने साफ किया है कि तूतीकोरिन में हिंसा के बाद वो शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सकेंगे.
अगर इन दलों के प्रभाव वाले झारखंड (14), ओडिशा (21) की ताकत भी ऊपर दी गई लिस्ट में जोड़ दी जाए को संख्या हो जाती है- 265+14+21= 300.
एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में पांच मुख्यमंत्री शामिल होंगे- पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू, केरल के सीएम पिनराई विजयन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल. तेलंगाना के सीएम केसी राव ने मंगलवार को ही कुमारस्वामी से बेंगलुरु में मुलाकात की और एक कॉन्फ्रेंस का हवाला देकर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होने की बात कही.
जानकारी के मुताबिक, पहले चार राज्यों (केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) के मुख्यमंत्रियों को ही शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था. बाद में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को खुद देवगौड़ा ने फोन कर शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया.
शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव सुधाकर रेड्डी, डी. राजा, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला मंच पर दिखेंगे. इसी के साथ अभिनेता से नेता बने कमल हासन भी दिखेंगे.
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Published: 21 May 2018,03:06 PM IST