कर्नाटक में बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की और उनको शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया. मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि सोनिया और राहुल ने न्योता स्वीकार कर लिया है.
उन्होंने कहा कि उनके दोनों दलों के कई विधायक बतौर मंत्री शपथ लेंगे, हालांकि उन्होंने ये साफ हीं किया कि उप मुख्यमंत्री को लेकर उनकी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से उनकी क्या बातचीत हुई. जेडीएस नेता ने कहा कि मंगलवार को बेंगलुरू में दोनों दलों के नेताओं की एक बैठक होगी जिसमें दूसरे मुददों पर फैसला होगा.
इससे पहले कुमारस्वामी ने बीएसपी अध्यक्ष मायावती से मुलाकात की थी और सीताराम येचुरी से फोन पर बातचीत की थी.
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कुमारस्वामी ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान साफ किया था कि सरकार के मंत्री पदों को लेकर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है. इस दौरान कुमारस्वामी ने उन खबरों को भी खारिज किया था, जिनमें कहा जा रहा था कि कांग्रेस और जेडीएस दोनों पार्टियों के बीच 30-30 महीने सत्ता साझा करने का फॉर्मूला बना है.
सरकार गठन को लेकर होगी बातचीत
कुमारस्वामी के मुताबिक, सोनिया और राहुल के साथ चर्चा के निष्कर्ष के आधार पर फैसला किया जाएगा कि कांग्रेस और जेडीएस विधायकों में से कितने मंत्री बनेंगे. कुमारस्वामी ने साफ किया कि विभागों के आवंटन को लेकर अभी तक कोई चर्चा नहीं हुई है.
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि शपथग्रहण के 24 घंटे के भीतर वह सदन के भीतर बहुमत साबित कर देंगे. उन्होंने कहा , ‘‘ज्यादा संभावना है कि बुधवार को शपथग्रहण होगा और उसके बाद गुरूवार को हम विधानसभाध्यक्ष चुनाव और विश्वासमत की प्रक्रिया पूरी करेंगे.''
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23 मई को होगा शपथग्रहण
कुमारस्वामी ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा था कि शपथग्रहण 21 मई को लगभग दोपहर 12 बजे से एक बजकर 50 मिनट के बीच कांतिवीरा स्टेडियम में होगा. हालांकि, बाद में उन्होंने घोषणा की, कि चूंकि 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि है इसलिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम 23 मई को होगा.
शपथग्रहण का स्थल भी अब बदलने की संभावना है क्योंकि पार्टी सूत्रों ने अब कहा है कि यह अब विधान सौधा में हो सकता है. हालांकि, कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है और वे शपथग्रहण स्थल के बारे में निर्णय करेंगे.
बीएस येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे देने के बाद कुमारस्वामी को सरकार बनाने के लिए न्योता मिला है. 12 मई को विधानसभा चुनाव के बाद 15 मई को आये नतीजों में बीजेपी 104 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी, लेकिन यह संख्या बहुमत से कम थी.
डिप्टी सीएम को लेकर फंसा पेंच
जेडीएस, कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है. खबर है कि कांग्रेस सरकार में डिप्टी सीएम का पद अपने पास चाहती है. कांग्रेस ने डिप्टी सीएम के लिए जी. परमेश्वर का नाम आगे किया है. कर्नाटक कांग्रेस के भीतर से लिंगायत समुदाय के किसी नेता को डिप्टी सीएम बनाये जाने की मांग भी उठ रही है. वहीं, जेडीएस मुस्लिम नेता को डिप्टी सीएम बनाना चाहती है.
लिंगायत नेता तिप्पाना ने खुला खत लिखकर कांग्रेस विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा को डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग की है. तिप्पाना ने कहा है कि विधायक शमनूर शिवशंकरप्पा को बीजेपी में जाने का भी ऑफर मिला था, लेकिन वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में नहीं गए. ऐसे में कांग्रेस को शिवशंकरप्पा को डिप्टी सीएम बनाना चाहिए.
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