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चारा घोटाले के कई मामले में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद ने सोमवार को बिना किसी का नाम लिए इशारों ही इशारों में उन लोगों को सचेत किया, जो लगातार उनकी आलोचना कर रहे हैं. लालू ने कहा कि 'जो लोग मुझको मुर्दा समझ रहे हैं, उन्हें कहो कि अभी वे मरे नहीं हैं.' लालू ट्विटर के जरिए विरोधियों पर निशाना साधते रहते हैं.
लालू ने एक मैगजीन के एडिशन की खबर को शेयर करते हुए अपने ट्विटर हैंडल से शायराना अंदाज में टवीट कर लिखा, "अभी गनीमत है सब्र मेरा, अभी लबालब भरा नहीं हूं, वह मुझको मुर्दा समझ रहा है, उसे कहो मैं मरा नहीं हूं."
चारा घोटाले के कई मामले में लालू झारखंड की एक जेल में सजा काट रहे हैं. फिलहाल अपनी बीमारी को लेकर वे रांची के एक अस्पताल में भर्ती हैं. बिहार में आरजेडी नीत महागठबंधन के नेता लोकसभा में सीट बंटवारे को लेकर लगातार लालू से मिलने वहां पहुंच रहे हैं. कहा जा रहा है कि बिना लालू की हरी झंडी के महागठबंधन में सीट बंटवारा आसान नहीं है.
बीते 10 जनवरी को लालू प्रसाद की जमानत याचिका खारिज हो गई है. झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने लालू की जमानत याचिका खारिज की थी. झारखंड हाईकोर्ट ने 4 जनवरी को सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा था. लालू प्रसाद ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए देवघर, दुमका और चाईबासा केसों में जमानत के लिए याचिका दाखिल की थी. झारखंड हाईकोर्ट में ये याचिका 11 दिसंबर को डाली गई थी.
लालू प्रसाद को उनकी खराब सेहत के बाद रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में रखा गया है. वहां उनका डायबिटीज और किडनी और दिल से जुड़ी बीमारियों का इलाज चल रहा है. घोटाले के तीन मामलों में लालू प्रसाद दिसंबर 2017 से जेल में सजा काट रहे हैं.
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Published: 21 Jan 2019,03:24 PM IST