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अनुराग ठाकुर से एस जयशंकर तक, ये हैं मोदी कैबिनेट के 20 नए चेहरे

पीएम मोदी के नए कैबिनेट में 21 नए चेहरे शामिल हुए हैं

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पश्चिम बंगाल के रायगंज से सांसद बनने वाली देबोश्री चौधरी पीएम का अभिवादन करते हुए
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पश्चिम बंगाल के रायगंज से सांसद बनने वाली देबोश्री चौधरी पीएम का अभिवादन करते हुए
(फोटो: PTI)

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2019 लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद नरेंद्र मोदी ने 30 मई को एक बार फिर पीएम के तौर पर शपथ ली. साथ ही 57 मंत्रियों ने भी शपथ ली. इनमें से 20 नए चेहरे हैं. नए चेहरों में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, रमेश पोखरियाल, अनुराग ठाकुर और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर का नाम शामिल है.

ये रही पहली बार बने कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट:

  1. अमित शाह (गांधीनगर सीट)
  2. अनुराग ठाकुर (हमीरपुर सीट)
  3. प्रताप सारंगी (बालासोर सीट)
  4. एस जयशंकर
  5. सुरेश अंगाड़ी (बेलगाम सीट)
  6. रावसाहेब दानवे
  7. किशन रेड्डी (सिकंदराबाद सीट, तेलंगाना )
  8. प्रह्लाद जोशी (धारवाड़)
  9. देबाश्री चौधरी (रायगंज सीट)
  10. धोत्रे संजय शामरा
  11. सोम प्रकाश (होशियारपुर सीट)
  12. रामेश्वर तेली (डिब्रूगढ़ सीट)
  13. रमेश पोखरियाल (हरिद्वार सीट)
  14. कैलाश चौधरी (बाड़मेर सीट)
  15. अरविंद सावंत(साउथ मुंबई सीट, शिवसेना)
  16. नित्यानंद राय (उजियारपुर सीट)
  17. प्रह्लाद पटेल (दमोह सीट)
  18. रेणुका सिंह (सरगुजा सीट)
  19. रतन लाल कटारिया (अंबाला सीट)
  20. वी मुरलीधरन(राज्यसभा)
इन नए चेहरों में सबसे चौंकाने वाला नाम साल 2015 से 2018 तक देश के विदेश सचिव रहे एस जयशंकर का है. गुरुवार शाम को एस जयशंकर को पीएम मोदी ने लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास पर चाय पर बुलाया था. इसके बाद से अटकलें तेज हो गई थी कि जयशंकर को मंत्री पद मिल सकता है.

एस जयशंकर कौन हैं ?

64 साल के सुब्रमण्यम जयशंकर भारत के पूर्व विदेश सचिव हैं. विदेश सचिव के तौर पर जयशंकर जनवरी 2015 में नियुक्त किए गए थे और जनवरी 2018 तक सेवा में रहे. एस जयशंकर 1977 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए थे. विदेश सेवा में रहते हुए जयशंकर ने अमेरिका, चीन और चेक रिपब्लिक में भारतीय राजदूत और सिंगापुर में हाई कमिश्नर के रूप में काम किया.

जयशंकर ने 2007 में यूपीए-1 की सरकार में भारत-अमेरिका के बीच हुए परमाणु समझौते में हुई बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके अलावा चीन के साथ हुए डोकलाम विवाद के दौरान भी जयशंकर ने बातचीत कर विवाद को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी.

साल 2018 में रिटायर होने के बाद एस जयशंकर ने टाटा ग्रुप में ग्लोबल कॉरपोरेट मामलों के अध्यक्ष का पद संभाला. मार्च 2019 में एस जयशंकर को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.

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Published: 30 May 2019,11:55 PM IST

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