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महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 6 नवंबर को नतीजे आएंगे. शिवसेना के दो धड़ों में बंटने के बाद उद्धव गुट के लिए ये पहला चुनाव है. हालांकि, उद्धव गुट के लिए राहत की खबर ये है, उनकी उम्मीदवार ऋतुजा लटके के खिलाफ बागी एकनाथ शिंदे गुट ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है और ना ही बीजेपी ने अपना उम्मीदवार उतारा है. लेकिन, उद्धव गुट के लिए ये चुनाव कई मायनों में अलग रहने वाला है. आइए समझते हैं कि आखिर क्यों उपचुनाव कराने की नौबत आई और पिछले चुनाव में कौन से उम्मीदवार की जीत हुई थी. इसके साथ ये भी जानेंगे की साल 2019 और 2014 के विधानसभा चुनाव में किस पार्टी के उम्मीदवार को कितने वोट मिले थे?
ये चुनाव उद्धव गुट के आगे की राजनीति तय करेगे.
ये उपचुनाव कुछ ही महीनों में होने वाले BMC चुनावों पर भी प्रभाव डालेगा.
इस चुनाव के परिणाण बागी शिंदे गुट और बीजेपी के लिए भी एक इंडिकेटर होगा.
महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट पर उपचुनाव की नौबत इस लिए आ गई, क्योंकि यहां से शिवसेना विधायक रमेश लटके 11 मई 2022 को मौत हो गई थी. इस लिए ये सीट खाली हो गई थी. भारतीय संविधान के मुताबिक अगर कोई भी सीट किसी कारण वस खाली हो जाए तो उसे 6 महीने के अंदर भरना होता है. इस लिए चुनाव आयोग ने इस सीट पर चुनाव कराने की घोषणा की. शिवसेना ने इस सीट से ऋतुजा लटके को अपना उम्मीदवार बनाया है.
ऋतुजा लटके शिवसेना के दिवंत विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं. इस चुनाव से पहले ऋतुजा लटके कभी राजनीति में सक्रिय नहीं रहीं. वे मुंबई नगर निगम के सर्कल तीन कार्यालय में सहायक के तौर पर नौकरी कर रही थीं. अब शिवसेना में ठाकरे गुट की ओर से उम्मीदवार हैं.
शिवसेना पार्टी पर कब्जे की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है. असली शिवसेना किसकी है, इसके लिए उद्धव और शिंदे गुट में ठनी हुई है. ऐसे में उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष-बाण को सीज कर दिया और दोनों ही गुटों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह वितरित कर दिए. ऐसे में शिवसेना का चुनाव चिन्ह मशाल मिला है. इस चुनाव चिन्ह पर ऋतुजा लटके चुनाव मैदान में हैं.
ऋतुजा रमेश लटके (शिवसेना-उद्धव गुट)
मनोज श्रवण नायक (राइट टू रिकॉल पार्टी)
बाला वेंकटेश विनायक नादर (आपकी अपनी पार्टी- पीपुल्स)
राजेश त्रिपाठी (निर्दलीय)
मिलिंद कांबले (निर्दलीय)
नीना खेडेकर (निर्दलीय)
फरहाना सिराज सैयद (निर्दलीय)
मुरजी कांजी पटेल (बीजेपी)
राकेश अरोड़ा (हिंदुस्तान जनता पार्टी)
चंदन चतुर्वेदी (निर्दलीय)
पहल सिंह धन सिंह औजी (निर्दलीय)
निकोलस अल्मेडा (निर्दलीय)
चंद्रकांत रंभाजी मोटे (निर्दलीय)
साकिब जफर इमाम मलिक (निर्दलीय)
दरअसल, बीजेपी ने शुरुआत में अंधेरी ईस्ट विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवार की घोषणा की थी. लेकिन, बाद में उसने अपने कैंडिडेट की उम्मीदवारी वापस ले ली. बीजेपी ने मुरजी पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया था. लेकिन, राज ठाकरे, शरद पवार और शिंदे गुट के प्रताप सरनाइक ने बीजेपी से उम्मीदवारी वापस लेने की अपील की थी.
राज ठाकरे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को एक पत्र लिखकर बीजेपी कैंडिडेट की उम्मीदवारी वापस लेने की अपील की थी. उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि “राकेश लटके एक अच्छे कार्यकर्ता थे. बीजेपी उनकी पत्नी के सामने उम्मीदवार ना उतारे और उन्हें विधायक बनने दे. उन्होंने आगे लिखा, ऐसा करने से बीजेपी दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि दे सकती है.”
इसके बाद महाराष्ट्र बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा था कि उनकी पार्टी अंधेरी चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस ले रही है. चंद्रशेखर ने इस घोषणा के साथ ही मुर्जी पटेल का नामांकन वापस ले लिया था.
नोटिफिकेशन : 7 अक्टूबर
नॉमिनेशन : 14 अक्टूबर
स्क्रूटनी : 15 अक्टूबर
नॉमिनेश वापस : 17 अक्टूबर
मतदान : 3 नवंबर
मतगणना : 6 नवंबर
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में अंधेर ईस्ट सीट से शिवसेना के रमेश लटके ने जीत हासिल की थी. उन्होंने यहां से अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी और निर्दलीय प्रत्याशी मुर्जी पटेल को 16965 वोटों के अंतर से हराया था.
अगर वोटों की बात करें कि किसको कितने वोट मिले थे तो शिवसेना के रमेश लटके को 62773 वोट मिले थे, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी मुरजी पटेल को 45808 वोट हासिल हुए थे. वहीं, कांग्रेस के अमीन जगदीश कुट्टी को 27951 वोट मिले थे, जबकि वंचित बहुजन अघाड़ी के उम्मीदवार शरद सोपान यतम को 4315 वोट हासिल हुए थे. NOTA पर 4311 लोग ने वोट किया था.
साल 2014 के विधानसभा चुनाव में अंधेर ईस्ट सीट से शिवसेना के रमेश लटके ने जीत हासिल की थी. उन्होंने यहां से अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी उम्मीदवार सुनिल यादव को 5479 वोटों के अंतर से हराया था.
अगर वोटों की बात करें कि किसको कितना वोट मिले थे तो शिवसेना के रमेश लटके को 52817 वोट मिले थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी सुनिल यादव को 47338 वोट हासिल हुए था. वहीं, कांग्रेस सुरेश शेट्टी को 37929 वोट मिले थे. MNS उम्मीदवार दलवी संदीप सीताराम को 9420 वोट मिले थे. 1632 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था.
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