मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019शिवसेना ने बाला साहेब की शपथ लेकर कहा- मुख्यमंत्री हमारा ही होगा

शिवसेना ने बाला साहेब की शपथ लेकर कहा- मुख्यमंत्री हमारा ही होगा

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में किया दावा

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Updated:
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में किया दावा
i
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में किया दावा
(फाइल फोटोः PTI)

advertisement

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना लगातार कोशिश कर रही है. लेकिन बात अभी तक नहीं बन पाई है. शिवसेना चुनाव नतीजों के बाद से ही मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोक रही है. अब एक बार फिर बाला साहेब ठाकरे की पुण्यतिथि के बाद शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि मुख्यमंत्री तो शिवसेना का ही होगा.

शिवसेना के मुखपत्र सामना के पहले पेज पर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है - शपथ साहेब की, मुख्यमंत्री शिवसेना का ही... इस हेडलाइन के साथ उद्धव ठाकरे बाला साहेब को श्रद्धांजलि देते नजर आ रहे हैं. शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद के लिए कार्यकर्ताओं की मांग को शिवभक्तों की गर्जना बताया है.

मुख्यमंत्री पद को लेकर मांग

शिवसेना ने सामना में दावा किया है कि हर शिवसैनिक चाहता है कि महाराष्ट्र में उनकी ही पार्टी का सीएम हो. सामना में लिखा है,

“जिस शिवतीर्थ पर हिंदुत्व का विचार और भूमिपुत्रों में स्वाभिमान की अलख जगाई गई, वह शिवतीर्थ आज शिवसैनिकों के लिए प्रार्थनास्थल बन गया है. स्मृति स्थल पर नतमस्तक करने वाला हर शिवसैनिक साहेब की यादों में भावुक हो उठा. साहेब की शपथ लेते हुए कल शिवभक्तों ने शिवतीर्थ पर गर्जना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. लोगों के मुख से एक ही गर्जना सुनाई दे रही थी- साहेब मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा”
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

संजय राउत लगातार कर रहे दावा

शिवसेना नेता संजय राउत लगातार सीएम पर को लेकर दावा कर रहे हैं. राउत रोज मीडिया के सामने आकर एक ही बयान देते हैं कि वो शिवसेना का मुख्यमंत्री बनाकर ही रहेंगे. हालांकि अभी तक कांग्रेस और एनसीपी के बीच बात नहीं बनी. फॉर्मूला तय होने के बाद ही साफ होगा कि महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी और क्या फॉर्मूला होगा.

इसके अलावा सामना के संपादकीय में किसानों का मुद्दा उठाया गया है. किसानों को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला गया है. इसमें लिखा गया है कि किसानों के लिए मदद पर्याप्त नहीं है. केंद्र को किसानों से बदला नहीं लेना चाहिए. किसान आज संकट में हैं उनके लिए खजाना खोलना चाहिए था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: 18 Nov 2019,08:15 AM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT