advertisement
महाराष्ट्र (Maharashtra) के सियासी संकट पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का फैसला आने के एक दिन पहले 19 जुलाई को लोकसभा में शिवसेना के नेता और एकनाथ शिंदे के गुट से राहुल शेवाले (Shiv sena Rahul Shewale) ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में एमवीए गठबंधन की सरकार के बाद खुद सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी बीजेपी के साथ गठजोड़ करने के इच्छुक थे.
दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान शेवाले ने कहा कि, यह गठजोड़ इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि शिवसेना के कुछ सदस्यों का बीजेपी के खिलाफ विराधी रुख हो गया था और ठाकरे भी इस मामले को टाल रहे थे.
उन्होंने आगे कहा कि, "बैठक पिछले जून में हुई थी और जुलाई में विधानसभा का सत्र था. सत्र के दौरान बीजेपी के 12 विधायकों को निलंबित कर दिया गया था. बीजेपी के वरिष्ठ नेता तब नाराज हो गए थे, क्योंकि उन्हें लगा कि एक तरफ हम गठबंधन की बात कर रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ वे हमारे विधायकों को निलंबित कर रहे हैं."
5 जुलाई को बीजेपी के 12 विधायकों को निलंबित किया गया था क्योंकि सदन में अध्यक्ष भास्कर जाधव के साथ उनका व्यवहार कथित रूप से ठीक नहीं था. उनपर गाली-गलौज और मारपीट के आरोप लगे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता नाराज थे क्योंकि बातचीत के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल रहा था.
उन्होंने आगे कहा कि "हम सांसदों ने कई बार उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की और गठबंधन के लिए कहा, लेकिन हमेशा उन्होंने यही कहा कि मैं भी ऐसा ही चाह रहा हूं, लेकिन बीजेपी की ओर से ऐसा कोई सकारात्मक जवाब नहीं आ रहा."
शेवाले ने राज्यसभा सांसद संजय राउत को भी जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने बीजेपी और शिवसेना के बीच तनाव पैदा किया, शिवसेना एक तरफ तो गठबंधन के लिए प्रयास कर रही है और दूसरी तरफ राउत एमवीए नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे और यूपीए के उपाध्यक्ष और राष्ट्रपति उम्मीदवारों का समर्थन कर रहे थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined