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गुरुवार को लगभग ढाई दशक बाद मुलायम सिंह यादव और मायावती ने मैनपुरी में एक मंच पर आकर समय का एक चक्र पूरा कर लिया. गेस्ट हाउस कांड की कड़वाहट भुला कर मायावती मुलायम के साथ एक मंच पर आईं और कहा कि मुलायम ही पिछड़ों के असली नेता हैं. नरेंद्र मोदी फेक पिछड़े नेता हैं. वहीं मुलायम ने कहा कि जब भी जरूरत पड़ी है मायावती ने हमारा साथ दिया है. इसलिए लोगों से अपील है कि वह चुनाव में एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन को भारी बहुमत से जिता दें.
मायावती ने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी पिछड़े वर्ग का होने का दावा करते हैं. लेकिन वह फेक ओबीसी नेता हैं. पिछड़ों के असली नेता तो मुलायम सिंह यादव हैं, जिन्होंने समाज एक बड़े वर्ग को अपने साथ जोड़ा है. मायावती ने कहा,
मुलायम ने अपने भाषण में मायावती की जम कर तारीफ की. उन्होंने कहा कि मायावती ने हमेशा उनका ध्यान रखा. हमने भी रखा लेकिन उन्होंने ज्यादा ध्यान रखा. मुझे खुशी है कि बहुत दिनों बाद बहन मायावती जी और मैं साथ आए. मायावती जी आई हैं, उनका स्वागत है. वह मेरे लिए वोट मांगने आई हैं. मैं उनका अहसान कभी नहीं भूलूंगा.
मुलायम सिंह के पहुंचने पर मायावती ने मंच पर खड़े होकर उनका स्वागत किया. मुलायम सिंह के बैठने के बाद ही वो बैठीं. बीच में मायावती बैठीं और उनके बगल में अखिलेश. इस मौके पर मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद से मुलायम का परिचय करवाया. मुलायम ने आकाश के सिर पर हाथ रख कर उन्हें आशीर्वाद दिया.
माया-मुलायम की रैली पर बीजेपी ने तंज करते हुए कहा कि देश और यूपी में मोदी की आंधी चल रही है. इस आंधी से बचने के लिए लोग खोखले पेड़ों से लिपट रहे हैं. बीजेपी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि न एसपी में दम बचा है न बीएसपी. हुसैन ने कहा, बहन मायावती सम्मान की बात करती हैं लेकिन अपने जीवन के सबसे बड़े अपमान को भूल कर एसपी के साथ गठबंधन कर रही हैं. लोग याद करते हैं कि एसपी और बीएसपी के बीच किस तरह की दुश्मनी रही है.
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Published: 19 Apr 2019,04:27 PM IST