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बिहार (Bihar) के पटना में करोड़ो रूपए की लागत से बने नए पुल का केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शनिवार, 14 मई को वर्चुअल मीटिंग के जरिए उद्घाटन किया. ये पुल पटना से उत्तर प्रदेश आने वाले लोगों के सफर को आसान बनाएगा.
इस बीच उद्घाटन समारोह के दौरान बोलते-बोलते नितिन गडकरी की जुबान फिसली और उन्होंने नीतीश कुमार के बजाय डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता तारकिशोर प्रसाद को बिहार का मुख्यमंत्री बता दिया.
केंद्रीय मंत्री ने गलती से नीतीश कुमार का नाम न लेकर बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में तारकिशोर प्रसाद का नाम ले लिया लेकिन इसके बाद भी उन्होंने खुद को करेक्ट नहीं किया और न ही किसी ने करेक्शन को बोला.
तारकिशोर प्रसाद बीजेपी के एक जाने-माने हैं और मौजूदा वक्त में बिहार के उप-मुख्यमंत्री का पद संभाल रहे हैं. उनका जन्म बिहार के ही एक ओबीसी परिवार में हुआ. वो राजनीति में आने से पहले आरएसएससे जुड़े रहे और इसके बाद उन्होंने एबीवीपी के जरिए छात्र राजनीति में कदम रखा.
इसके बाद 2020 में बिहार में एनडीए ने अपनी सरकार बनाई तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और बीजेपी हाईकमान ने तारकिशोर प्रसाद को उपमुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपी.
बिहार के कोईलवर में एनएच-30 (922) पर सोन नदी पर 266 करोड़ की लागत से तीन लेन का पुल बनाया गया है, जिसका शनिवार को उद्घाटन किया गया है. बता दें कि इस कार्यक्रम में बीजेपी के तमाम नेताओं ने शिरकत की लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नहीं शामिल हुए.
नीतीश कुमार के इस प्रोग्राम में न शामिल होने को लेकर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने तंज भी कसा है.
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