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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पटना पहुंचे हैं. आज नाश्ते पर दोनों नेताओं की करीब 45 मिनट के लिए मुलाकात हुई. सुबह नाश्ते पर मिलने के बाद आज रात दोनों डिनर पर मिलने वाले हैं. सुबह की मुलाकात में किस मुद्दे पर बात हुई इस पर तो अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन मीटिंग से निकलते वक्त नीतीश कुमार के चेहरे की मुस्कुराहट नजर आई. सवाल ये है कि क्या साथ में नाश्ते और ‘डिनर डिप्लोमेसी’ से सीटों का मुद्दा सुलझ जाएगा.
लोकसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियों में जिस तरह से घमासान मचा है, उसे देखते हुए ये मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है. पिछले कई दिनों से बीजेपी और जेडीयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर खींचतान चल रही है,, ऐसे वक्त में ये मुलाकात दोनों दलों के बीच के मतभेद को दूर करने की पहल के तौर पर मानी जा रही है.
जेडीयू बिहार में पहले की तरह बड़े भाई की भूमिका चाहती है. 2009 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें उसे 20 सीटें मिली थीं, वहीं बीजेपी ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 11 सीटें जीती थीं.
2014 के आम चुनाव में बीजेपी ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीती थीं. रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी 6 और तीन सीटों पर विजयी रहीं. वहीं जेडीयू के खाते में केवल दो सीटें आई थीं.
बिहार की राजनीति पर नजर रखने वालों का मानना है कि नीतीश ने जिस उम्मीद के साथ बीजेपी का दामन थामा था, उनकी वे उम्मीदें अब कुंभला रही हैं. उन्हें एनडीए में वो भाव नहीं मिल रहा, जिसकी उन्हें अपेक्षा रही होगी, लेकिन अमित शाह जिस तरह से आज उनसे मुलाकात कर रहे हैं, उसके देखते हुए यही लगता है कि दोनों पार्टियों के बीच आई खटास को कम करने की कोशिश की जा रही है.
पिछले हफ्ते ही नीतीश कुमार ने बीजेपी और जेडीयू के बीच सीट समझौते को लेकर किसी तरह के विवाद की अटकलों को खारिज करते हुए दावा किया था उन्हें सीट बंटवारे पर कोई जल्दी नहीं है. पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुमार ने कहा था कि बीजेपी के साथ मिलकर हम लोग बहुत स्वस्थ तरीके से सरकार चला रहे हैं. बीजेपी के साथ लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मुद्दे पर उन्होंने कहा था कि इसकी चिंता मत कीजिए, कोई हड़बड़ी नहीं है, समय आने पर सब बातों की चर्चा होगी.
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Published: 12 Jul 2018,09:24 AM IST