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महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा के सदस्यों का बुधवार को शुरू हुआ शपथ गहण समारोह इस मायने में अलग था कि जब सदन का विशेष सत्र शुरू हुआ तब तक न तो सरकार का गठन हुआ था और न ही मुख्यमंत्री नियुक्त हुए थे.
राज्य विधानभवन के प्रभारी सचिव राजेंद्र भागवत ने मीडिया को बताया कि बीते कई दशकों से यह परंपरा चली आ रही है कि सबसे पहले शपथ मुख्यमंत्री लेते हैं और उनके बाद दूसरे सदस्यों को शपथ दिलवाई जाती है.
उन्होंने कहा,
भागवत ने कहा,
भागवत ने कहा कि मुख्यमंत्री को शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल का गठन करना होगा. उन्होंने बताया,
कार्यवाहक अध्यक्ष कालीदास कोलांबकर ने विधायकों को शपथ दिलाई.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कोलांबकर को मंगलवार शाम को विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया था. नव निर्वाचित सदस्य राज्य में चल रहे नाटकीय घटनाक्रमों के कारण विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद भी शपथ नहीं ले पाए थे.
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कोश्यारी से कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्यों को बुधवार शाम पांच बजे तक शपथ दिला दी जाए.
एनसीपी नेता अजित पवार के समर्थन से 23 नवंबर को बनी बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार मंगलवार दोपहर को तब गिर गई जब पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर उसके बाद देवेंद्र फडणवीस को भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा.
एनसीपी ने घोषणा की थी कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे. वह गुरुवार शाम को दादर में स्थित शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इस स्थान पर उनकी पार्टी हर साल पारंपरिक दशहरा रैली का आयोजन करती है.
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Published: 27 Nov 2019,11:25 AM IST