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पीएम मोदी की शानदार जीत के बाद अब बारी है शपथ ग्रहण समारोह की. जीत बड़ी है तो जश्न भी धमाकेदार करने की तैयारी है. 30 मई की शाम पीएम मोदी के शपथग्रहण समारोह में दुनिया भर से मेहमान शामिल हो रहे हैं. राजनीति से लेकर, कला, संस्कृति और कारोबार जगत तक करीब 6500 मेहमान इस समारोह का गवाह बनेंगे. इस शाम को खास बनाने के लिए तमाम तैयारियां चल रही हैं.
इसके लिए देश-विदेश के कई नेताओं को न्योता भी भेजा जा चुका है. इस बार नई मोदी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 2014 के शपथ ग्रहण समारोह से काफी ग्रैंड होने जा रहा है.
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए BIMSTEC के शीर्ष नेताओं को न्योता भेजा गया है. जब साल 2014 में पहली बार नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तब उनके शपथ ग्रहण समारोह में SAARC देशों के नेताओं ने शिरकत की थी. लेकिन इस बार बिम्सटेक देशों को बुलावा भेजा गया है.
बिम्सटेक बंगाल की खाड़ी से जुड़े दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के सात देशों से मिलकर बना है, जिसका मकसद क्षेत्रीय एकता और सहयोग को बढ़ावा देना है. इसमें दक्षिण एशिया के 5 (बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका) और दक्षिण-पूर्व एशिया के दो देश (म्यांमार और थाइलैंड) शामिल हैं.
मेहमानों के रुकने लिए दिल्ली के फाइव स्टार होटल- मौर्या शेरेटन, ताज पैलेस और लीला में कई कमरे बुक किए गए हैं. शपथग्रहण समारोह के बाद विदेशी मेहमान नेताओं के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में एक रात्रिभोज का भी आयोजन किया जाएगा.
सबसे खास बात है पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल को भी न्योता दिया गया है. हालांकि पहले ममता बनर्जी ने हां कर दी थी, लेकिन एक दिन पहले ही ममता ने इस समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया. वहीं बात-बात में मोदी सरकार को कोसने वाले केजरीवाल भी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तैयार हो गए हैं.
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साउथ के दो सुपर स्टार रजनीकांत और कमल हासन भी इस भव्य समारोह में शामिल होने आ रहे हैं. इनके अलावा बॉलीवुड के कुछ सितारों के भी शामिल होने की खबरें हैं, हालांकि अभी तक उनके नाम सामने नहीं आए हैं. वैसे सबसे ज्यादा चर्चा विवेक ओबरॉय की है, क्योंकि उन्होंने हाल कुछ दिन पहले ही रिलीज हुई पीएम मोदी बायोपिक में पीएम मोदी का किरदार निभाया था.
पीएम मोदी के शपथग्रहण में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवारवालों को खासतौर पर न्योता दिया गया है. बीजेपी का दावा है कि पश्चिम बंगाल में हिंसा में करीब 54 बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत हुई है. पार्टी ने उन सारे कार्यकर्ताओं के परिवारवालों के दिल्ली में ठहरने का खास इंतजाम भी किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये वो कार्यकर्ता थे जिनकी मौत 16 जून 2013 से लेकर 26 मई 2019 के बीच हुई. पीएम मोदी चुनाव प्रचार के दौरान कई बार पश्चिम बंगाल की हिंसा में शिकार हुए अपने कार्यकर्ताओं का जिक्र करते रहे हैं.
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जश्न बड़ा है, तो खाना भी लजीज बनाने की तैयारी है. डिनर में वेज और नॉनवेज दोनों की व्यवस्था की गई है. खाने के मेन्यू में दाल रायसीना को भी शामिल किया गया है, जिसे बनाने में 48 घंटे का वक्त लगता है.
30 मई को शपथ ग्रहण में शामिल होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री और उनके गुरु अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर जाएंगे. मोदी के साथ पार्टी के दूसरे सांसद भी अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर जाएंगे. अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद पहली बार बीजेपी इतना बड़ा जश्न मना रही है.
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया है. क्षेत्रीय और राष्ट्रीय पार्टियों के प्रमुखों के अलावा कई वरिष्ठ राजनेताओं को भी बुलाया गया है.
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Published: 29 May 2019,02:51 PM IST