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भारत की आजादी की गवाह रही पुरानी संसद से आज, 19 सितंबर को सभी संसद सदस्य विदाई लेंगे और अपनी यादों को समेटे नए संसद भवन में प्रवेश करेंगे. सभी संसद सदस्यों ने पुरानी संसद के आखिरी पल को एक ग्रुप फोटो सेशन के जरिए कैमरे में कैद करवाया. इस दौरान पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतरण किया, उस प्रक्रिया का साक्षी ये सेंट्रल हॉल. यहीं भारतीय तिरंगे और राष्ट्रगान को अपनाया गया. ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है, ये हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्तव्यों के लिए प्रेरित भी करता है.
पीएम मोदी ने सेंट्रल हॉल के भाषण में कहा कि..
पीएम मोदी ने आगे कहा कि "आज भारत पांचवी अर्थव्यवस्था पर पहुंचा है, लेकिन पहले तीन में पहुंचने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है. दुनिया आश्वस्त है कि भारत टॉप 3 में पहुंच कर रहेगा."
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि...
उन्होंने आगे कहा कि "हम राजनीतिक लाभ के लिए कड़े फैसले टाल नहीं सकते. इन्हें लेना ही होगा. भारत अब रुकना नहीं चाहता, नए लक्ष्य निर्धारित करना चाहता है. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत के नौजवानों का ध्यान विज्ञान की ओर बढ़ रहा है और इस मौके के हमें गंवाना नहीं है."
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