advertisement
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की कंपनी इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमिटी (I-PAC) की 22 सदस्यीय टीम को कथित तौर पर त्रिपुरा पुलिस ने उनके होटल में 'हाउस अरेस्ट' कर लिया है. आईपैक की तरफ से ऐसे आरोप लगाए गए हैं. ये टीम त्रिपुरा में 2023 विधानसभा चुनाव के पहले तृणमूल कांग्रेस (TMC) के लिए जमीनी काम करने वहां गई थी.
कथित हिरासत की खबर लगभग उसी समय आई जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और (TMC सुप्रीमो ममता बनर्जी नई दिल्ली पहुंचीं. ममता बनर्जी 2024 आम चुनाव से पहले विपक्षी खेमे को एकजुट करने के एजेंडे के साथ दिल्ली आई हैं, जिसमें प्रशांत किशोर स्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.
त्रिपुरा में अपना आधार मजबूत करने के लिए TMC ने हाल ही में आशीष लाल सिंह को राज्य में पार्टी अध्यक्ष नियुक्त किया था. आशीष लाल सिंह त्रिपुरा के पहले मुख्यमंत्री सचिंद्र लाल सिंह के पुत्र भी हैं. IPAC के सदस्यों के कथित 'हाउस अरेस्ट' पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि,
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी मामले पर ट्वीट करते हुए कहा कि,
IPAC ने कहा कि "हमारे लोगों को हाउस अरेस्ट किया गया है और उसका कारण हमें नहीं पता. हम मामले को देख रहे हैं"
हालांकि त्रिपुरा पुलिस ने राजनैतिक कारणों से नजरबंद करने के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. समाचार एजेंसी PTI के अनुसार पश्चिमी त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक ,मानिक दास ने कहा कि,
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined