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पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर दिए बयान की वजह से नवजोत सिंह सिद्धू को हर तरफ से विरोध का सामना करना पड़ रहा है. सोमवार को पंजाब विधानसभा में अकाली दल ने सिद्धू के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अकाली दल के विधायकों ने कांग्रेस से सिद्धू को पार्टी निकालने की मांग करते हुए नारे लगाए. वहीं सिद्धू ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा है- मैं अपने बयान पर कायम हूं, आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो लोग इसके पीछे जिम्मेदार हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा भी दी जाए.
वहीं सिद्धू ने बीजेपी को कंधार घटना की याद दिलाते हुए सवाल पूछा- ‘मैं पूछना चाहता हूं कि 1999 कंधार की घटना में शामिल लोगों को किसने रिहा किया? इसकी जिम्मेदारी किसकी है? हमारी लड़ाई उनके खिलाफ है, आखिर सैनिक शहीद हो रहे हैं? इसका कोई स्थायी समाधान क्यों नहीं हो सकता है?
अकाली नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि सिद्धू को ना सिर्फ सस्पेंड करना चाहिए, बल्कि देश विरोधी बयानबाजी करने वालों के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए.
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से पहले अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के नेतृत्व में अकाली दल के नेताओं ने उन तस्वीरों को जलाया, जिनमें सिद्धू पाकिस्तान सेना प्रमुख से गले मिलते नजर आ रहे थे. इसके बाद मजीठिया और सिद्धू के बीच इस मुद्दे पर जमकर कहासुनी भी हुई.
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नवजोत सिंह सिद्धू ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को लेकर कहा था, ''कुछ लोगों की करतूतों के लिए क्या आप पूरे देश को जिम्मेदार ठहरा सकते हो?''
इसके साथ ही कांग्रेस नेता सिद्धू ने कहा था, ''मेरे लिए हिंसा हमेशा निंदनीय है. मैं हमेशा अहिंसा में विश्वास रखता हूं. किसी भी समस्या का समाधान हिंसा नहीं है. मेरे लिए आगे बढ़ने के लिए अहिंसा सबसे प्रबल हथियार है.''
सिद्धू के इस बयान के बाद उनकी काफी फजीहत हुई थी, यहां तक कि उनको कपिल शर्मा के शो से भी बाहर निकाला गया.
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Published: 18 Feb 2019,01:05 PM IST