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पंजाब (Punjab) से संबंधित मुद्दों पर खुली बहस की चुनौती देते हुए, विपक्षी दलों ने मंगलवार को कहा कि उन्हें भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व वाली सरकार के द्वारा निमंत्रण या पास नहीं दिया गया है. नेताओं ने इस बात को केवल एक नौटंकी और PR करार दिया और आम आदमी पार्टी सरकार पर वास्तविक मुद्दों से भटकाने का आरोप लगाया.
India Express की एक रिपोर्ट में कहा गया कि सत्तारूढ़ दल के सूत्रों के मुताबिक, किसी भी नेता ने बहस में भाग लेने के लिए सहमति नहीं दी है, जबकि AAP के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग ने विपक्षी नेताओं को बहाने बनाकर बहस से भागने का आरोप लगाया है.
8 अक्टूबर को सीएम भगवंत मान ने राज्य बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुनील जाखड़, सुखबीर सिंह बादल, पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा सहित कई लोगों को राज्य से संबंधित मुद्दों पर खुली बहस की चुनौती दी थी.
रिपोर्ट के मुताबिक भगवंत मान ने कहा था कि यह बहस बीते दिनों पंजाब में लूट और भाई-भतीजावाद, 2015 बेअदबी मामला, नदी जल-बंटवारा, कृषि और युवा कल्याण जैसे मुद्दों पर केंद्रित होगी.
विपक्षी दल के नेताओं ने पहले बहस के तौर-तरीकों को तय करने के लिए एक बैठक के लिए कहा था और इसे सतलज यमुना लिंक (SYL) नहर के विवादास्पद मुद्दे पर आयोजित करने के लिए भी कहा था.
पार्टी प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि
उन्होंने आगे कहा कि ऐसी बहस में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है, जहां सब कुछ सत्तारूढ़ दल द्वारा प्रबंधित किया जाता है. आम लोगों को कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, लोगों की आवाज को दबाने के लिए लुधियाना में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
पत्रकारों से बात करते हुए SAD नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने बहस का जिक्र करते हुए कहा कि
कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह राजा वाडिंग ने कहा कि अगर भगवंत मान SYL मुद्दे, बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर माफी मांगते हैं और एक महीने के अंदर नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करने और मारे गए सिंगर सिद्धू मूसेवाला के परिवार को इंसाफ दिलाने की कसम खाते हैं, तो मैं बहस में हिस्सा लेने के लिए तैयार हूं.
कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भगवंत मान को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा कि आईडिया पंजाब के नदी जल की लूट और SYL के निर्माण पर एक बहस आयोजित करने का था…ऐसा लगता है कि आपने बहस से कुछ घंटे पहले ही टॉपिक बदल दिया है. ऐसा लगता है कि आपने कभी ऐसा नहीं किया है. पंजाब से जुड़े मुद्दों को लेकर हम काफी गंभीर हैं.
SAD नेता विक्रम सिंह मजीठिया ने लुधियाना में पुलिस कर्मियों की भारी तैनाती पर भी राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि पूरे शहर को छावनी में बदल दिया गया है.
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