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चुनाव आयोग ने MNS अध्यक्ष राज ठाकरे से चुनावी सभाओं पर हुए खर्चे का ब्योरा मांगा है. राज ठाकरे की पार्टी इस लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले रही है लेकिन ठाकरे एक के बाद एक सभाओं को संबोधित करते दिखे. हर सभा में राज ठाकरे बीजेपी और पीएम मोदी पर हमलावर दिखते हैं. ऐसे में बीजेपी ने चिट्ठी लिखकर ये मांग की थी कि राज ठाकरे की प्रचार सभा का खर्च, आयोग स्थानीय उम्मीदवारों के खर्च में जोड़े. अब चुनाव आयोग ने ठाकरे से खर्चे का पूरा ब्योरा मांग लिया है.
महाराष्ट्र में 29 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग थी. इससे पहले राज ठाकरे चुन-चुनकर खास जगहों पर अपनी सभाएं कर रहे थे. बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने राज ठाकरे को महागठबंधन में शामिल करने को लेकर विरोध दर्ज कराया था, उसी कांग्रेस पार्टी के नेताओं की संसदीय सीट वाले इलाके में राज ठाकरे की सभाओं की सबसे ज्यादा मांग थी. इन सभाओं में राज ठाकरे ये नहीं कह रहे थे कि कांग्रेस को वोट करें लेकिन कांग्रेस के स्टार प्रचारक के तौर पर साफ-साफ नजर आए.
राज ठाकरे की सभाओं में आम राजनीतिक सभाओं से अलग माहौल दिखता है, राज ठाकरे अपनी सभाओं में सीधे जनता को सम्बोधित करते दिखाई दे रहे हैं. एकदम कॉर्पोरेट स्टाइल के तड़के के साथ. राज ठाकरे अपनी सभाओं में बकायदा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन का इस्तेमाल कर PM नरेंद्र मोदी के कुछ वीडियो दिखाते हैं.
पिछले दिनों मुंबई के भांडुप में हुई सभा में राज ठाकरे ने लोगों को दिखाया कि मोदी खुद घर-घर शौचालय बनवाने की बात कह रहे हैं लेकिन ये इतना भी इफेक्टिव नहीं है. राज ठाकरे ने पीएम मोदी के गांव की महिलाओं का एक वीडियो दिखाया. इसमें दिख रहा था कि गांव में शौचालय न होने की वजह से महिलाओं को खुले में शौच के लिए घर से दूर जाना पड़ता है.
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