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चुनावी रैलियों में राज ठाकरे की LIVE फैक्ट चेकिंग- ‘लाओ रे वीडियो’

अचानक MNS का आने से शिवसेना बीजेपी की हालत क्या करें, क्या ना करे जैसे हो गई है .

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वीडियो एडिटर:वरुण शर्मा

वीडियो प्रोड्यूसर: कनिष्क दांगी

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MNS चीफ राज ठाकरे की पोल खोल सभाएं आज कल शिवसेना और बीजेपी दोनों के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो रही हैं. शिवसेना-बीजेपी ने तैयारी तो कांग्रेस-एनसीपी से निपटने की थी लेकिन 2019 की परीक्षा में अचानक एमएनएस का पेपर आ जाने से शिवसेना-बीजेपी की हालत क्या करें, क्या ना करे जैसी हो गई है .

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चुनावी रैली राज ठाकरे स्टाइल

आम तौर पर देश में राजनीतिक सभाओं में जिस तरह के भाषण नेताओं से सुनने और देखने मिलते हैं, उससे थोड़ा अलग हटकर राज ठाकरे अपनी सभाओं में सीधे जनता को सम्बोधित करते दिखाई दे रहे हैं. एकदम कॉर्पोरेट स्टाइल के तड़के के साथ.

राज ठाकरे अपनी सभाओं में बकायदा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन का इस्तेमाल कर PM नरेंद्र मोदी के कुछ वीडियो दिखाते हैं. इन वीडियो के जरिए वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी की झूठ को बेनकाब करने का दावा कर रहे हैं.

झूठ पर 'सर्जिकल स्ट्राइक'

पिछले दिनों मुंबई के भांडुप में हुई सभा में राज ठाकरे ने लोगों को दिखाया कि मोदी खुद घर-घर शौचालय बनवाने की बात कह रहे हैं लेकिन ये इतना भी इफेक्टिव नहीं है. राज ठाकरे ने पीएम मोदी के गांव की महिलाओं का एक वीडियो दिखाया. इसमें दिख रहा था कि गांव में शौचालय न होने की वजह से महिलाओं को खुले में शौच के लिए घर से दूर जाना पड़ता है.

फेमस हुआ 'लाओ रे तो वीडियो' डायलॉग

राज ठाकरे एक के बाद एक सभाओ में अपना 'वीडियो बम' सीधे पीएम और बीजेपी पर गिराते दिख रहे हैं. राज की सभाओ के बाद 'लाओ रे तो वीडियो...' डायलॉग भी फेमस हो गया है. मतलब राज की सभा से पहले कई पार्टियों को इस बात का डर सताता है कि आज राज ठाकरे कौन सा वीडियो दिखाने जा रहे हैं.

महाराष्ट्र के पहले डिजिटल गांव हरिसाल की पोल-खोल राज ठाकरे कर चुके हैं. वहीं सरकारी ऐड में काम करने वाले हरिसाल के युवक को उन्होंने सभा में लाकर भी लोगों की जमकर वाह-वाही बटोरी.

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रैलियों में लाइव फैक्ट चेकिंग

कुछ दिन पहले एक रैली में राज ठाकरे ने एक ऐसे परिवार को ला खड़ा किया जो 'मोदी फॉर इंडिया' नाम के सोशल मीडिया पेज पर नजर आ रहा था. फोटो के साथ लिखा था - 'मोदी है तो मुमकिन है, पिछले 3 साल में 7.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए'. ठाकरे ने रैली में स्क्रीन पर ये फोटो दिखाई और फिर सामने खड़े परिवार को दिखाकर कहा कि इन्हें तो इस फोटो के बारे में कुछ पता ही नहीं. अब पता चल रहा है कि ये फोटो 2013 में ली गई थी न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी थी. मतलब डायरेक्ट फैक्ट चेकिंग.

अचानक MNS का आने से शिवसेना बीजेपी की हालत क्या करें, क्या ना करे जैसे हो गई है .
राज ठाकरे ने अपनी रैली में दिखाई तस्वीर
फोटो: MNS 

बिन चुनाव लड़े, BJP को हराने की रणनीति

राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना भले ही इस लोकसभा चुनाव में नहीं लड़ रही हो, लेकिन राज ठाकरे पूरे महाराष्ट्र में सभाएं कर रहे हैं. सभाओं में ना तो वो किसी प्रत्याशी का समर्थन कर रहे हैं और ना किसी पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं. राज ठाकरे खुले तौर पर ये भी कह चुके हैं कि अगर उनकी रैलियों का फायदा किसी और पार्टी को होता है तो उन्हें चिंता नहीं है. उनका मकसद साफ है मोदी और शाह की जोड़ी को केंद्र के तख़्त से नीचे खिंचना है

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