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राजस्थान में पंचायत चुनाव के अंतिम चरण के जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव में कांग्रेस ने कई जगह उलटफेर कर बाजी अपनी तरफ पलट ली. सबसे बड़ा उलटफेर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का चुनावी क्षेत्र माने जाने वाले बारां में हुआ. ये बीजेपी का बहुमत होने के बावजूद भी जिला प्रमुख की सीट हाथों से फिसल गई. चुनाव परिणाम आने के साथ ही बीजेपी की अनदरुनी लड़ाई सड़क पर भी दिखाई दी. बारां के कोटा रोड स्थित वसुंधरा राजे के बेटे और सांसद दुष्यंत सिंह के कार्यालय पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पथराव किया.
जिस समय पथराव हुआ, उस समय सांसद कार्यालय पर वसुंधरा राजे के खास माने जाने वाले श्रीकिशन पाटीदार सहित अन्य नेता वहां मौजूद थे.
दूसरी तरफ, कोटा में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल, विधायक रामनारायण मीणा और भरत सिंह गुटों के बीच अदावत के चलते कांग्रेस की दाल नहीं गली. यहां बीजेपी मुकेश मेघवाल जिला प्रमुख बने. श्रीगंगानगर में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव कुलदीप इंदौरा और करौली में शिमला देवी निविर्रोध निर्वाचित हुए. गहलोत सरकार के एक और मंत्री रमेश मीण के निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा. यहां से बीजेपी की कमलादेवी प्रधान निर्वाचित हुई.
बारां जिला प्रमुख पद के लिए शुरु से ही उलटफेर की उम्मीद जताई जा रही है. अपनी पत्नी उर्मिला जैन को जिला प्रमुख का सदस्य बना कर खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने खुल कर जोड़-तोड़ की जुगत लगाना शुरु कर दिया था. वो इसमें सफल भी हुए. 25 सीटों की जिला परिषद में 13 सीट का बीजेपी का बहुमत उन्होंने पलट दिया.
करौली में बीजेपी को जिला प्रमुख के लिए उम्मीदवार ही नहीं मिला. कांग्रेस की शिमला देवी निर्विरोध करौली जिला प्रमुख का चुनाव जीत गईं. शिमला देवी पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा के क्षेत्र सपोटरा से हैं. करौली की जिला प्रमुख की सीट एससी महिला के लिए रिजर्व थीं. बीजेपी के टिकट पर कोई एससी का कोई सदस्य नहीं जीती. इसलिए कांग्रेस को एकतरफा जीत मिल गई. करौली में जिला परिषद के 27 वार्डों में 15 पर कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य जीते हैं.
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के कोटा जिले में कांग्रेसी दिग्गज कमाल नहीं दिखा सके. धारीवाल के अलावा विधायक रामनारायण मीणा, भरत सिंह के खेमों में तालमेल होने का फायदा बीजेपी ने उठाया. कोटा में बीजेपी के मुकेश मेघवाल जिला प्रमुख का चुनाव जीत गए. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार गीता मेघवाल को हराया. कोटा जिला परिषद में 23 वार्ड में से 13 पर बीजेपी और 10 पर कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य जीते थे.
श्रीगंगानगर जिला प्रमुख पद पर कांग्रेस के कुलदीप इंदौरा निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं. कुलदीप इंदौरा अकेले ने ही नामांकन दाखिल किया था. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मध्यप्रदेश के प्रभारी कुलदीप इंदौरा पूर्व मंत्री हीरालाल इंदौरा के सुपुत्र हैं. यूवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके कुलदीप के साथ पूर्व सांसद शंकर पन्नु भी कांग्रेस से ही प्रमुख दावेदार थे, लेकिन मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक के वीटों के कारण कुलदीप इंदौरा ने अपना उम्मीदवार बनाया.
(इनपुट- पंकज सोनी)
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