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राजस्थान (Rajasthan) में राज्यसभा चुनाव (Rajyasabha Election) के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त और हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर बढ़ती आशंका के बीच मंत्री महेश जोशी ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में शिकायत दर्ज करवाई है और इस मामले में जांच की मांग की है. बता दें कि राज्य की चार सीटों पर राज्यसभा का चुनाव होना है.
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीएसपी छोड़कर कांग्रेस में आए नाराज विधायकों को मना लिया है. इसके बाद सीएम गहलोत रविवार को इन विधायकों को विशेष प्लेन में उदयपुर ले गए हैं. उदयपुर जाने वाले विधायकों में सैनिक कल्याण राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा, विधायक रामखिलाड़ी बेरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा, वाजिद अली, संदीप यादव और लाखन सिंह मीण शामिल हैं.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा, "जब सरकार गिरने की नौबत थी तब इन विधायकों ने हमारा साथ दिया तो बीजेपी यह कैसे मान बैठी कि ये राज्यसभा चुनाव में उनके साथ जाएंगे. विधायक पहले भी हमारे साथ थे अभी भी हैं और आगे भी रहेंगे."
बहुजन समाज पार्टी की राजस्थान इकाई ने एक दिन पहले शनिवार को व्हिप जारी किया. इसके तहत पार्टी ने उन छह विधायकों को 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को अपना मत देने को कहा है.
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, फिलहाल बीएसपी की इस व्हिप का कुछ खास असर नहीं दिखाई दे रहा है, क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी इससे संबंधित याचिका का निपटारा करते हुए बीएसपी के विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने का फैसला लागू कर चुके है.
उदयपुर पहुंचकर मीडिया वालों से बातचीत में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि, "हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर यह षड्यंत्र पहले भी विफल किया था और अब भी करेंगे."
बता दें कि राजस्थान में साल 2020 में भी सरकार गिराने के षड़यत्र और विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में ACB की एंट्री हुई थी. इस दौरान विधायकों को खरीदने और सरकार गिराने के मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित और कई बीजेपी नेताओं पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगा था.
इनपुट क्रेडिट- पंकज सोनी
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