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ट्रोलिंग के खिलाफ अभियान में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दूसरे वरिष्ठ मंत्री नितिन गडकरी का समर्थन मिल गया है. इसके पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी विदेश मंत्री के रुख को सही ठहराते हुए ट्रोलिंग की कड़ी आलोचना की थी.
सुषमा स्वराज को पासपोर्ट मामले में ट्रोल किया गया था. गडकरी ने कहा कि जिस तरह से उन्हें ट्रोल किया गया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. जब नितिन गडकरी अपनी सहयोगी सुषमा स्वराज के खिलाफ ट्रोल हरकतों की निंदा कर रहे थे तब उनके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल और सत्यपाल सिंह भी खड़े हुए थे.
इससे पहले गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि वह इसे पूरी तरह गलत मानते हैं. लखनऊ के एक दंपति के पासपोर्ट विवाद में सुषमा स्वराज के दखल दिए जाने के बाद ट्विटर पर उन्हें जबरदस्त ढंग से ट्रोल किया गया था.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सपोर्ट में खुलकर सामने आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जो भी हुआ वो गलत है. गडकरी ने कहा, “जिस तरह से उन्हें ट्रोल किया गया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी खुद उनसे चर्चा हुई. जब यह फैसला हुआ उस समय वह देश में भी मौजूद नहीं थीं. इस मामले से उनका सीधा-सीधा संबंध नहीं है. और ये फैसला गलत भी नहीं है. इस प्रकार का ट्रोल नहीं चलाना चाहिए.”
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्रोल करने के मामले पर कहा यह बिल्कुल गलत है. गृह मंत्री ने कहा कि वह इसे पूरी तरह गलत मानते हैं.
सुषमा ने ट्रोल करने वालों को अपनी ओर से जवाब दिया था और फिर इसके बाद उन्होंने ट्वीटर सर्वे पर सवाल किया था क्या वे ट्वीटर का इस्तेमाल करने वाले इस तरह के ट्रोल को गलत मानते हैं. सुषमा के पति स्वराज कौशल ने भी ट्वीटर पर कहा कि ट्रोल्स की आपत्तिजनक टिप्पणियों से उनके परिवार को दुख पहुंचा है.
सुषमा के सर्वे में डेढ़ लाख लोगों ने हिस्सा लिया था. 57 फीसदी लोगों ने सुषमा को सपोर्ट किया था. इसके बाद सुषमा के पति स्वराज कौशल ने एक पोस्ट का स्क्रीन शॉट ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह उनकी (सुषमा) पिटाई करें और उन्हें मुस्लिम तुष्टीकरण ना करने की बात सिखाएं. सुषमा के पति स्वराज कौशल ने ट्वीट किया, 'आपके शब्दों ने हमें असहनीय दुख दिया है. आपको एक बात बता रहा हूं कि मेरी मां का 1993 में कैंसर से निधन हो गया. सुषमा एक सांसद और पूर्व शिक्षा मंत्री थीं. वह एक साल तक अस्पताल में रहीं. उन्होंने मेडिकल अटेंडेंट लेने से मना कर दिया और मेरी मरती मां की खुद देखभाल की.
स्वराज कौशल ने आगे लिखा कि परिवार के लिए उनका समर्पण ऐसा है कि मेरे पिता कि इच्छा के मुताबिक उन्होंने उनकी चिता को मुखाग्नि दी थी. प्लीज उनके लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल न करें. कानून और राजनीति के क्षेत्र में ये हमारी पहली पीढ़ी है. हमें इनकी अच्छी जिंदगी से ज्यादा कुछ नहीं चाहिए. कृपया अपनी पत्नी को मेरी तरफ से शुभकामनाएं दीजिएगा.
तन्वी-अनस पासपोर्ट मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोल किया जा रहा है. ये मामला उत्तर प्रदेश के लखनऊ के पासपोर्ट ऑफिस का है. तन्वी सेठ नाम की एक महिला ने पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर बदसलूकी का आरोप लगाया था. तन्वी सेठ के मुताबिक जब वो अपना आवेदन लेकर विकास मिश्रा के पास गई तो उन्होंने मुस्लिम से शादी करने को लेकर निजी कमेंट किए. तन्वी का आरोप था कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो विकास मिश्रा ने उनके साथ बदसलूकी की.
पीएमओ से लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से शिकायत और हंगामे के बाद तन्वी को पासपोर्ट दे दिया गया. जल्द कार्रवाई को लेकर सुषमा स्वराज और उनके मंत्रालय पर एक खास धर्म के तुष्टिकरण के आरोप लग रहे हैं. कुछ यूजर्स ने सुषमा की निजी जिंदगी के बारे में भी विवादित टिप्पणी किया. विदेश मंत्री सुषमा ने कुछ ऐसे ही ट्वीट्स को लाइक और रिट्वीट भी किया.
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Published: 02 Jul 2018,06:03 PM IST