advertisement
20 अप्रैल को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकारों का कर्तव्य, कहीं हिंसा हो रही तो उसको रोकना होता है, लेकिन यहां उलटी गंगा बह रही है. उन्होंने कहा कि मैंने सुना है कि प्रधानमंत्री सांसदों को कह रहे हैं कि जो किरोड़ी मीणा धमाल पट्टी कर रहे हैं वैसे ही करो, जिससे अशोक गहलोत को अपने ही घर में घेर सकें.
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि
सीता के अपहरण को लेकर दिए गए विवादित बयान में फंसे नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर मुख्यमंत्री ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे गहलोत ने कहा कि कटारिया मेंटली डिस्टर्ब हो चुके है. इसकी वजह है कि उनकी पार्टी बीजेपी में उन्हें सम्मान नहीं मिल रहा है.
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वो गुलाबचंद कटारिया का व्यक्तिगत रूप से बहुत सम्मान करते है, वे बहुत बुजुर्ग हैं.
अशोक गहलोत ने कहा कि कटारिया की बोली को लेकर मैंने उन्हें कई बार समझाया है कि आप एक लिमिट के आगे मत बढ़ो, बिलो द बैल्ट हिट मत करो, पर वो चूक ही नहीं सकते. उन्होंने महाराणा प्रताप के बारे में क्या-क्या बातें बोल दीं, क्या राजस्थान के लोग भूल सकते हैं उनको?
उन्होंने आगे कहा कि राजस्थान के लोगों में इतना गुस्सा है कि कोई सोच भी नहीं कर सकता, विशेषकर राजपूत कम्युनिटी के अंदर. वो ही बात रावण-सीता की बात हो गई, क्या हिंदू लोग इस बात को बर्दाश्त करेंगे क्या?
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रशांत किशोर की तारीफ करते हुए कहा कि वे देश में एक ब्रांड बन गए हैं. उन्हें कई राज्यों में काम करने का अनुभव है. प्रशांत किशोर एक एजेंसी के रूप में देश भर में काम करते हैं, जो प्रोफेशनल एजेंसीज से काम लेते रहते हैं.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि विपक्ष को एकजुट करने में प्रशांत किशोर काम कर रहे हैं. उनका अनुभव हमारे लिए उपयोगी साबित हो सकता है. 2014 में प्रशांत किशोर नरेंद्र मोदी के साथ थे, फिर नीतीश कुमार के सथा और फिर पंजाब में कांग्रेस और कई अन्य दलों के नेताओं के साथ रहे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 21 Apr 2022,08:14 AM IST