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लोकसभा में 21 सितंबर की रात करीब 11 बजे चंद्रयान-3 की सफलता पर चर्चा हो रही थी, दक्षिणी दिल्ली से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) सदन में बोल रहे थे. इस दौरान BSP सांसद दानिश अली ने उनकी बात पर असहमति जताई तो बिधूड़ी ने आपा खो दिया और अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया. इसको लेकर दानिश अली ने स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी दानिश अली से मिलने पहुंचे.
हैरानी की बात है कि जिस समय रमेश बिधूड़ी ये सब बोल रहे थे, उसी वक्त पूर्व केंद्रीय मंत्री और मौजूदा बीजेपी सांसद डॉ. हर्षवर्धन पीछे बैठकर ठहाके लगाते दिख रहे थे. हालांकि, बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिधूड़ी के बयान पर खेद जताते हुए कहा, "यदि सदस्य की टिप्पणी से विपक्ष आहत हुआ है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं."
रमेश बिधूड़ी के भाषण के समय कांग्रेस नेता के सुरेश आसन पर थे. उन्होंने बिधूड़ी की टिप्पणियों को रिकॉर्ड से हटाने का आदेश दिया है.
इधर, बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के लोकसभा में दिए गए आपत्तिजनक भाषण को लेकर सांसद दानिश अली ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखा है. उन्होंने लिखा "मैं आपको लोकसभा में "चंद्रयान सफलता" पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा दिए गए भाषण के संबंध में गहरी पीड़ा के साथ लिख रहा हूं."
कांग्रेस ने ट्वीट करके जानकारी दी है कि राहुल गांधी दानिश अली से मिलने उनके निवास पर पहुंचे. साथ में कांग्रेस ने लिखा
विपक्ष के तमाम नेता इसकी आलोचना कर रहे हैं. TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा, "मर्यादा के रखवाले ओम बिड़ला, विश्नगुरू नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और साथ में गोदी मीडिया- कोई कार्यवाही?"
उमर अब्दुल्ला ने भी बिधूड़ी की भाषा पर कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा "इस घृणित "माननीय" सांसद की जुबान से अपशब्द कितनी आसानी से निकल जाते हैं! मुसलमानों के खिलाफ नफरत को इस तरह मुख्यधारा में शामिल किया गया है जैसा पहले कभी नहीं हुआ. जो मुसलमान बीजेपी को अपनी पार्टी मानते हैं, वे इस घोर घृणा के स्तर के साथ कैसे रहते हैं?"
AAP सांसद संजय सिंह ने भी बिधूड़ी के बयान की आलोचना करते हुए कहा,
RJD ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके कहा, "बीजेपी सड़कछाप और आतंकवादियों को टिकट देकर सदन में ही नहीं लाई है, बल्कि संघ-बीजेपी की वास्तविक सड़कछाप भाषा, धर्मांध आचरण और साम्प्रदायिक सोच को भी सदन में ले आई है! नए सदन में अब यही भाजपाई रीत चलेगी, यह सत्तारूढ़ दल और उनके लंपट सांसदों ने स्पष्ट कर दिया है!"
कांग्रेस ने भी सवाल उठाते हुए कहा, "PM मोदी, क्या आपने अपने सांसद रमेश बिधूड़ी का ये बयान सुना? वो एक दूसरे सांसद को उनके धर्म के आधार पर ऐसी गालियां दे रहे हैं जो यहां लिखी नहीं जा सकतीं. पूरा विश्वास है आपने सुना ही होगा, और अब आप इनका प्रमोशन जरूर करेंगे."
RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा, "प्रधानमंत्री ने देश की समृद्ध संसदीय परंपराओं के विरुद्ध ऐसी विकृत सामाजिक राजनीतिक संस्कृति को जन्म दिया है जिसमें इनकी एक सांसद राष्ट्रपिता गांधी जी के हत्यारे आतंकवादी का महिमा मंडन करती है."
उन्होंने आगे कहा, "PM के इशारे पर एक बीजेपी सांसद पार्लियामेंट के अंदर विपक्ष के एक सांसद के लिए जिस अमर्यादित, असंसदीय और तुच्छ भाषा का प्रयोग कर रहा है. वह घोर आपत्तिजनक, निंदनीय और लोकतंत्र व समाज के लिए चिंताजनक है. यह इनका अमृतकाल नहीं बल्कि विषकाल है"
दानिश अली के खिलाफ सांसद बिधूड़ी की टिप्पणी पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी आपत्ति जताई है. मायावती ने कहा
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