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कांग्रेस के लाख दावों के बावजूद सचिन पायलट (Sachin Pilot) और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच तनातनी की खबरों पर फुल स्टॉप नहीं लग रहा है. राजस्थान (Rajasthan) में होने वाले चुनावों से पहले एक बार फिर सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं. सचिन पायलट ने नागौर में अपनी यात्रा के दौरान राजस्थान में हुए पेपर लीक का मामला उठाया. सचिन पायलट ने कहा कि सरकार को पेपर लीक करने वाले मास्टर माइंड को पकड़ना चाहिए, न कि इस काम में शामिल छोटी मछलियों को.
राजस्थान में भर्ती परीक्षाओं के पेपरलीक होने और इससे बेरोजगारों को होने वाले नुकसान को लेकर पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है. हालांकि पायलट के इस निशाने के तुरंत बाद राज्य सरकार ने प्रदेश में एक और नकल विरोधी कानून लाने का ऐलान कर दिया. बिना किसी का नाम लिए बिना सचिव पायलट ने कहा,
पायलट ने नागौर जिले में सोमवार को किसान सभा में कहा कि नौजवानों के भविष्य की चिंता हम सबको है. हमारे प्रदेश में कभी पेपर लीक हो गए, कभी परीक्षा कैंसिल हो गई तो मन आहत होता है. पीड़ा होती है.
पायलट ने कहा,
बता दें कि सचिन पायलट ने अकेले ही मारवाड़ क्षेत्र में सभाएं और यात्रा की शुरुआत की है. 16 जनवरी को उनकी यात्रा शुरू हुई है और वो अपने दौरे में नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, पाली और राजधानी जयपुर में लोगों से मुलाकात करेंगे और किसान सम्मेलन में भी शामिल होंगे.
पायलट के इस निशाने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों के साथ चल रहे चिंतन बैठक में कहा कि पेपरलीक प्रकरण में राज्य सरकार कड़ी कार्रवाई कर रही है. इसमें चाहे किसी भी स्तर का अधिकारी हो, हमें और कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें बर्खास्त करने तक की कार्रवाई करनी चाहिए. बाद में इसी बैठक में नकल पर नया कानून बनाने का निर्णय लिया गया.
वहीं सरकार ने कहा है कि इसके लिए आने वाले विधानसभा के बजट सत्र में एक और नया विधेयक लाया जाएगा. नए कानून के दायरे में निजी शिक्षण संस्थाएं भी आएंगी. इससे पहले भी सरकार नकल को लेकर नया कानून बना चुकी है.
नए कानून को लेकर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया,
खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में पेपर लीक करने वालों पर शुरू से ही सख्त कार्रवाई की गई है. सख्त कानून भी बनाया गया है. जो भी पेपर लीक करने वाले लोग हैं उनके मकान भी तोड़ दिए गए हैं. विपक्ष बेवजह पेपर लीक पर हल्ला कर रहा है. पेपर लीक तो कई अन्य राज्यों में भी हुए है लेकिन कार्रवाई राजस्थान में हुई है.
इनपुट—पंकज सोनी
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