मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Politics Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019पायलट गुट के विधायक का दावा- गहलोत के 10-15 MLA हमारे संपर्क में

पायलट गुट के विधायक का दावा- गहलोत के 10-15 MLA हमारे संपर्क में

सचिन पायलट के समर्थक विधायक ने किया विधायकों को तोड़ने का दावा

क्विंट हिंदी
पॉलिटिक्स
Published:
सचिन पायलट के समर्थक विधायक ने किया विधायकों को तोड़ने का दावा
i
सचिन पायलट के समर्थक विधायक ने किया विधायकों को तोड़ने का दावा
(फाइल फोटो)

advertisement

राजस्थान में ऊंट किस ओर करवट लेगा, इसका अब तक किसी को कोई अंदाजा नहीं है. लेकिन इतना तो तय है कि गहलोत सरकार पर खतरे के बादल लगातार मंडरा रहे हैं. इसी बीच अब सचिन पायलट धड़े के एक विधायक ने ऐसा बयान दिया है, जो राजस्थान सरकार की चिंता को और बढ़ा सकता है. बागी विधायक हेमाराम चौधरी ने दावा किया है कि 10 से लेकर 15 विधायक उनके संपर्क में हैं.

जहां एक ओर अशोक गहलोत बार-बार गिनती कर बहुतम के आंकड़े की ओर देख रहे हैं, वहीं इसी बीच पायलट गुट की तरफ से ऐसा बयान आना काफी अहम है. बागी विधायक ने दावे में बताने की कोशिश की है कि वो सिर्फ 19 नहीं हैं, बल्कि उनके साथ कई और नाराज विधायक भी हैं. हेमाराम चौधरी ने कहा,

“अशोक गहलोत कैंप के 10 से 15 विधायक हमारे संपर्क में हैं. वो कह रहे हैं कि जब भी वो आजाद होंगे तो वो हमारी तरफ आ जाएंगे. अगर अशोक गहलोत बंदिशें हटा देते हैं तो मैं बता सकता हूं कि उस तरफ कितने विधायक रह जाएंगे.”
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

क्या है राजस्थान का नंबर गेम?

राजस्थान में गहलोत सरकार पर अभी किसी की सबसे ज्यादा नजर है तो वो बीजेपी है. बीजेपी को बस उस मौके की तलाश है, जब सरकार थोड़ी सी कमजोर दिखे और वो अपना पक्ष मजबूत करे. खुद राजस्थान बीजेपी चीफ कई बार इस बात को कह चुके हैं कि उनकी प्राथमिकता है कि राजस्थान सरकार सत्ता में न रहे. अब अगर बागी विधायक का ये दावा कुछ हद तक भी सच होता है तो ऐसे में नंबर गेम सबसे ज्यादा जरूरी है.

राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं. जिनमें से कांग्रेस के पास तोड़फोड़ से पहले तक अपने 107 विधायक थे. लेकिन पायलट समेत 19 विधायकों के चले जाने से अब कांग्रेस विधायकों की कुल संख्या 88 है. इसमें सीपीएम और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो-दो विधायक और आरएलडी के एक विधायक को जोड़ दें तो आंकड़ा 93 तक पहुंच जाता है. लेकिन 13 निर्दलीय विधायकों में से 3 पायलट धड़े के बताए जा रहे हैं. ऐसे में अगर 10 निर्दलीय विधायकों को जोड़ लिया जाए तो 103 विधायक रह जाते हैं. अब ऐसे में गहलोत सरकार जादुई नंबर से सिर्फ 2 के आंकड़े से आगे है.

वहीं अगर बीजेपी की बात करें तो उसके पास 72 अपने और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक हैं. यानी आंकड़ा 75 तक पहुंचता है. लेकिन अगर उस सूरत में देखा जाए, जब कांग्रेस के बागी विधायक और तीन निर्दलीय बीजेपी की तरफ आते हैं तो आंकड़ा 97 तक पहुंच जाएगा. जिसके बाद बीजेपी को सिर्फ 4 विधायकों की और जरूरत होगी. हालांकि अब तक तीन निर्दलीय विधायकों को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT