advertisement
सावरकर के नाम पर एक बार फिर राजनीति तेज हो सकती है. शिवसेना नेता संजय राउत ने सावरकर के मामले को लेकर कांग्रेस पर सीधा निशाना साधा है. राउत ने कहा है कि अगर सावरकर को समझने की बात कर रहे हैं तो पहले उन्हें कुछ दिन के लिए अंडमान की जेल में भेजना होगा. राउत के इस बयान को लेकर कांग्रेस और शिवसेना के बीच एक बार फिर तकरार बढ़ सकती है.
जब संजय राउत से महाराष्ट्र के मंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान के उस बयान को लेकर सवाल पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वो सावकर को भारत रत्न दिए जाने का विरोध करेंगे, इस पर संजय राउत ने कहा,
“पृथ्वीराज चौहान जी महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता हैं, लेकिन भारत रत्न देने का फैसला भारत सरकार लेती है. हमारी हमेशा मांग रही है कि वीर सावरकर का सम्मान हो. चौहान साबह को पता है कि सावरकर ने कितना बड़ा त्याग किया है. जिंदगी के 14 साल अंडमान में रहना असामान्य घटना है.” राउत ने सावरकर का विरोध करने वालों को लेकर आगे कहा-
संजय राउत ने इससे पहले इंदिरा गांधी को लेकर भी एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने इंदिरा और अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला की मुलाकात की बात कही थी. एक इंटरव्यू के दौरान संजय राउत ने कहा था,
“एक दौर था जब दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी मुंबई के पुलिस कमिश्नर तय किया करते थे. इतना ही नहीं, वो यह भी तय करते थे कि सरकार के किस मंत्रालय में कौन बैठेगा. हमने अंडरवर्ल्ड का वो दौर देखा है, लेकिन अब वो यहां सिर्फ चिल्लर हैं.”
हालांकि उनके बयान पर बवाल होने के बाद राउत ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि वो हमेशा से इंदिरा गांधी और नेहरू की इज्जत करते हैं. उन्होंने कहा, “कांग्रेस के हमारे दोस्तों को आहत होने की जरूरत नहीं है. अगर किसी को लगता है कि मेरे बयान से इंदिरा गांधी जी की छवि को धक्का पहुंचा है या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची है, तो मैं अपने बयान को वापस लेता हूं.”
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 18 Jan 2020,11:35 AM IST