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अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी के बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में तूफान खड़ा कर दिया है. क्योंकि बयान हिंदू समाज को लेकर दिया गया था, इसीलिए अब बीजेपी इस मुद्दे को लेकर ठाकरे सरकार पर हमलावर है. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने शरजील उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल पुणे में हुए एलगार परिषद के कार्यक्रम में शरजील ने हिंदू समाज को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि, "हिंदुस्तान में हिंदू समाज बुरी तरीके से सड़ चुका है." उनके इस बयान के बाद बीजेपी तुरंत हरकत में आई और फडणवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर शरजील पर सख्त एक्शन लेने की मांग की.
दरअसल इस कार्यक्रम में कई बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया गया था. जिसमे मोदी सरकार के कार्यकाल में लोकतंत्र पर हो रहे हमले पर विचार रखे जा रहे थे. लेकिन शरजील उस्मानी ने मॉब लिंचिंग का उदाहरण देते हुए हिंदू समाज की बदल रही मानसिकता पर खेद जताया. जिसके बाद उन पर हिंदू समाज को लेकर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया गया है.
पुणे में हुए एलगार परिषद के कार्यक्रम में शरजील उस्मानी को भी बोलने का मौका दिया गया. जिसमें उन्होंने कहा,
अब इस बयान को लेकर ठाकरे सरकार पर निशाना साधते हुए करवाई की मांग जोर पकड़ रही है. बीजेपी ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द करवाई नही हुई तो राज्यभर में आंदोलन किया जाएगा. हालांकि सरकार की तरफ से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
शरजील उस्मानी अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र रह चुके हैं. उस्मानी चर्चा में तब आए जब उन्होंने अपने कई साथियों के साथ एंटी सीएए प्रदर्शनों में खुलकर हिस्सा लिया था. उन्होंने कई जगहों पर इसके खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई भी की. जिसे लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था. उन पर आरोप लगाया गया कि वो एएमयू कैंपस में हुई हिंसा में शामिल थे. करीब 3 महीने बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया.
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